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सब्जियों के लिए 40 हजार किसानों का पंजीकरण, बागवानी का पांच लाख हेक्टेयर बढ़ेगा दायरा

लखनऊः खरीफ मौसम में किसानों द्वारा बागवानी फसलों के लिए क्षेत्र विस्तार कार्यक्रम में 40 हजार किसानों का ऑनलाइन पंजीकरण कराया गया। इसके तहत अनुमन्य अनुदान किसानों को ऑन लाइन बैंक खाते में भेजी जाएगी। इसके अतिरिक्त कुशीनगर व हापुड़ में टिश्यू कल्चर भवन का लाेकार्पण हो चुका है। इसके अतिरिक्त वैज्ञानिक औद्यानिक खेती के लिए 49476 किसानों को व माली के लिए 4143 को प्रशिक्षित किया जा चुका है। ये बातें प्रदेश के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने कही। वे लोकभवन में राज्य सरकार के 100 दिन की उपलब्धियां गिना रहे थे।

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उन्होंने कहा कि बागवानी फसलों का क्षेत्रफल 11.6 प्रतिशत से 16 प्रतिशत करने के लिए पांच वर्षा में 4.95 लाख हेक्टेयर आच्छादन का लक्ष्य है। सभी जनपदों में हाईटेक नर्सरी, मिनी सेंटर फार एक्सीलेंस की स्थापना की जाएगी। पाली हाउस व शेडनेट हाउस में हाई वैल्यू फसलों के प्रोत्साहन के लिए 500 हेक्टेयर में संरक्षित खेती को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। आम व अन्य बागवानी के लिए भी किसानों को लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है।

दिनेश प्रताप सिंह ने कृषि विपणन व कृषि विदेश व्यापार विभाग के बारे में बात करते हुए कहा कि 100 दिन के लिए दिये गये लक्ष्य को यह विभाग भी प्राप्त कर चुका है। राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद द्वारा मंडियों का आधुनिक स्वरूप देने के लिए तथा किसानों, व्यापारियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 19 नवीन मंडियों का आधुनिकीकरण किया जा चुका है। कृषि विपणन प्रक्रिया में सुधार एवं किसानों को प्रदेश के किसी भी मंडी क्षेत्र में उत्पाद ले जाने की स्वतंत्रता प्रदान करने के लिए ऑनलाइन और एराइवल पास की व्यवस्था की गयी है। ई-नाम की पांच मंडियों को माॅडल मंडी बनाने के लिए तेलंगाना राज्य की बेस्ट प्रेक्टिसेज का अध्ययन कर पांच मंडियों को माॅडल मंडी बनाया गया है।

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