हिसारः सदर पुलिस ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 4 लाख 20 हजार रुपये ठगने के मामले में पांचवें आरोपी कुलेरी निवासी सुभाष उर्फ बंटी को गिरफ्तार किया है। सदर पुलिस ने इस संबंध में आठ अक्टूबर 2022 को मामला दर्ज किया था।
सहायक उपनिरीक्षक प्रदीप कुमार ने बुधवार को बताया कि इस संबंध में रायपुर निवासी अनूप और मानवेंद्र ने सदर पुलिस को ग्राम लंधड़ी निवासी विकास उर्फ विसू और चंद्रमोहन उर्फ मोनू के खिलाफ चार लाख 20 हजार रुपये की ठगी करने की तहरीर दी थी। उन्हें रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। शिकायत में उसने कहा कि उसकी बहन की शादी में उक्त आरोपी से जान-पहचान हुई थी। उन्होंने बताया कि हम रेलवे में नौकरी दिलाने का काम करते हैं और आपको रेलवे में नौकरी दिला सकते हैं। हमारे सीधे केंद्र सरकार से संबंध हैं। हमें पहले ही नौकरी मिल चुकी है।
उक्त आरोपियों ने नौकरी दिलाने के नाम पर सात लाख रुपये की मांग की। हमने उक्त आरोपियों पर भरोसा कर उन्हें 4 लाख 20 हजार कुछ नगद व कुछ ऑनलाइन ट्रांसफर के माध्यम से दे दिए। आरोपी ने हमें 5 जनवरी 2022 को रेलवे में ज्वाइन करवा दिया और हमारे आईडी कार्ड भी बनवा दिए। हमने एक से डेढ़ महीने काम किया तो तनख्वाह नहीं मिली। जब हमने पैसे वापस मांगे तो वे दूसरी नौकरी करने का झांसा देने लगे और बाद में पैसे देने से इनकार कर दिया। रुपये मांगने पर जान से मारने की धमकी भी देने लगे।
यह भी पढ़ेंः-‘इमरान खान के घर में छिपे हैं आतंकवादी’, पंजाब सरकार बोलीं-हमारे पास पर्याप्त सबूत
एएसआई प्रदीप ने बताया कि आरोपी सुभाष फरियादी के साले सिरसा निवासी नरेश का दोस्त है। आरोपी सुभाष ने नरेश को मुख्य आरोपित लांधी निवासी विकास उर्फ विसू से मिलवाया और कहा कि उसे रेलवे में नौकरी मिल जाती है। नरेश ने इस बारे में अपने साले के मामले में फरियादी रायपुर गांव निवासी अनूप व मनविंदर को बताया। बाद में सुभाष, विकास उर्फ विशु और उनके साथियों ने शिकायतकर्ता से रेलवे में फर्जी ज्वाइनिंग करवा ली और फर्जी आईडी कार्ड दे दिए। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने अपना गैंग बना लिया था, जो नौकरी दिलाने का झांसा देकर भोले-भाले लोगों से ठगी करते हैं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)