लखनऊः प्रदेश अब सूखे की ओर बढ़ता जा रहा है। अगस्त माह में बारिश तो हुई है, लेकिन अभी भी बारिश सामान्य नहीं है। इससे किसानों की परेशानियां बढ़ती जा रही है। अभी स्थिति यह है कि सोमवार को पूरे प्रदेश में मात्र 1.3 मिमी बारिश हुई है, जबकि सामान्य वर्षा 7.1 मिमी होनी चाहिए। वहीं जून से अब तक पूरे प्रदेश में 41 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। वहीं 27 जिले ऐसे हैं, जहां पर पचास प्रतिशत से कम बारिश हुई है। फर्रुखाबाद में तो जून से अब तक 76 प्रतिशत कम बारिश हुई है।
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बता दें कि सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने के लिए कोई फिक्स फार्मूला नहीं है, लेकिन अब तक पचास प्रतिशत से कम बारिश वाले जिलों को ही सूखाग्रस्त घोषित किया जाता रहा है। इस हिसाब से 27 जिले आते हैं। उसमें यह भी देखा जाता है कि वहां फसलों की स्थिति क्या है। सरकार भी मानसून पर विशेष नजर लगाए हुए है, यदि यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में 27 जिलों को सूखाग्रस्त जिला घोषित किया जा सकता है।
मौसम विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार अमेठी, बहराइच, बलिया, बांदा, बस्ती, चंदौली, फर्रुखाबाद, फतेहपुर , गोंडा, जौनपुर, कानपुर देहात, कौशांबी, कुशीनगर, महाराजगंज, मऊ, रायबरेली, संतकबीरनगर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बागपत, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, ज्यातिबाबाई फुलेनगर, महोबा, मुरादाबाद, रामपुर, शाहजहांपुर ऐसे जिले हैं, जहां पर औसत बारिश से पचास प्रतिशत से भी कम वर्षा हुई है। फर्रुखाबाद में 76 प्रतिशत कम बारिश हुई है, जबकि जौनपुर मं। 70 प्रतिशत कम वर्षा हुई है।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि इस पर हम नजर बनाये हुए हैं। इस संबंध में मुख्यमंत्री स्तर पर भी दो बार बैठक हो चुकी है। जिलाधिकारियों से हर समय रिपोर्ट मंगाई जा रही है। किसानों को कोई परेशानी न हो, इसका हर वक्त ख्याल रखा जा रहा है। आगे जैसी परिस्थितियां बनती हैं, वैसे हम निर्णय लेंगे। किसानों के हित में सरकार सदैव तत्पर है।
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