बर्ड फ्लू का कहरः प्रदेश में अब तक 2100 कौवों-पक्षियों की मौत, 19 जिलों पुष्टि

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भोपालः मध्यप्रदेश में बर्ड फ्लू का संक्रमण तेजी फैलता जा रहा है। राज्य में अब तक 19 जिलों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 42 जिलों में करीब 2100 कौवों और जंगली पक्षियों की मृत्यु हुई है। बर्ड फ्लू से संक्रमित क्षेत्रों में अगले 3 माह तक कुक्कुट और कुक्कुट उत्पाद की रिस्टाकिंग और कुक्कुट परिवहन पर प्रतिबंध लगाया गया है। यह जानकारी जनसम्पर्क अधिकारी सुनीता दुबे ने मंगलवार देर शाम दी।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 19 जिलों में बर्डफ्लू पाया गया है। इनमें इंदौर, मंदसौर, आगर, नीमच, देवास, उज्जैन, खण्डवा, खरगौन, गुना, शिवपुरी, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, भोपाल, होशंगाबाद, अशोकनगर, दतिया और बड़वानी शामिल हैं। इन जिलों में H5N1 की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि राज्य के 42 जिलों से अब तक लगभग 2100 कौवों और जंगली पक्षियों की मृत्यु की सूचना मिली है। विभिन्न जिलों से 386 सेम्पल राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल को भेजे गये हैं।

उन्होंने बताया कि झाबुआ जिले के ग्राम रूंडीपाड़ा में कड़कनाथ मुर्गी में H5N1 वायरस मिला है। झाबुआ कलेक्टर को भारत सरकार के बर्डफ्लू एक्शन प्लान 2021 के अनुसार निस्तारण, चारा-दाना, अण्डे आदि को नष्ट और प्रभावित स्थल को सेनिटाइज और डिसइन्‍फेक्ट करने के निर्देश दिये गये हैं। प्रभावित स्थल से एक किलोमीटर की परिधि को संक्रमित क्षेत्र मानते हुए सभी प्रकार के कुक्कुट की कलिंग की जायेगी। वहीं एक से नौ किलोमीटर की परिधि को सर्विलांस जोन मानते हुए सेम्पल कलेक्शन किया जायेगा। झाबुआ जिले के कुक्कुट बाजार और पोल्ट्री फार्मों को संक्रमण रहित किया जायेगा।