रायपुरः कोरोना महामारी से बचाव के लिए हो रहे वैक्सीनेशन में रायगढ़ जिले ने शत-प्रतिशत टीकाकरण करने का लक्ष्य हासिल कर इतिहास रच दिया है। कोविड टीकाकरण के मामले में रायगढ़ जिला देश के उन टॉप जिलों में शामिल हो गया है, जहां शत-प्रतिशत कोविड टीकाकरण का कार्य सबसे पहले पूरा कर लिया गया है।
रायगढ़ जिले में टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी 2021 से हुई थी। मात्र 298 दिनों में टीकाकरण जिले ने शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है। स्वास्थ्य विभाग के साथ जिला प्रशासन की टीम ने अथक मेहनत व परिश्रम से टीकाकरण के इस महत्वपूर्ण लक्ष्य को पूरा किया है। रायगढ़ जिले में 10 लाख 68 हजार 456 लोगों को टीके लगाए जाने का लक्ष्य था, जिसे पूरा करते हुए इतने लोगों को टीके के दोनों डोज लगाई जा चुकी है। जिले में अब तक पहला व दूसरा डोज मिलाकर जिले में कुल 21 लाख 47 हजार 169 टीके लगाए गए हैं। रायगढ़ जिला टीकाकरण के मामले में पूरे प्रदेश में शुरू से अव्वल रहा है और आज की उपलब्धि ने जिले को टीकाकरण के मामले में न केवल राज्य में शीर्ष स्थान हासिल किया है, बल्कि देश के ऐसे टॉप जिलों में अपनी जगह बनाई है, जिन्होंने सबसे पहले अपनी आबादी को टीकाकरण का दोनों डोज पूरा कर चुके हैं।
रायगढ़ कलेक्टर भीम सिंह ने कहा कि कोविड टीकाकरण सबसे पहले पूरा करना एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी थी। स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य सभी विभागों के अधिकारियों से लेकर जमीनी अमले, जनप्रतिनिधियों और जागरूक नागरिकों की आपसी साझेदारी के फलस्वरूप यह सफलता मिली है। सभी लोगों ने टीम भावना से इस अभियान में काम किया है। जिले में कोविड टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सुनियोजित प्लानिंग की गई। क्रियान्वयन, टीके की उपलब्धता, मोबिलाइजेशन, ग्राउंड लेवल पर लोगों को टीके लगवाने के लिए प्रेरित करना का काम पूरी संजीदगी के साथ किया गया। टीका लगाने से हिचक रहे लोगों की शंकाओं का समाधान किया गया।
इस कार्य में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, पंचायत पदाधिकारियों का भरपूर सहयोग लिया गया। जिसके चलते टीकाकरण को लेकर सकारात्मक माहौल निर्मित हुआ। शुरू में जहां वैक्सीनेशन सेंटर में लोगों को टीके लगाए गए, वहीं अंतिम चरणों में रणनीति बदलते हुए लोगों के घरों पर दस्तक दी गई, जिससे टीकाकरण की रफ्तार बनी रही। रायगढ़ के लिए 26 जून का दिन ऐतिहासिक रहा। इस दिन पूरे प्रदेश में एक दिन में सबसे अधिक एक लाख 43 हजार से अधिक लोगों को टीके लगाने का रिकॉर्ड बनाया गया।