Chhattisgarh: बीजापुर जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत दक्षिण बस्तर संभाग अंतर्गत नक्सलियों के पीएलजीए सदस्य, सीएनएम, डीकेएमएस, कुटीर शाखा, कृषि शाखा अध्यक्ष/सदस्य, पामेड़ एरिया कमेटी सहित 6 लाख रुपए के इनामी 10 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। उन्होंने शुक्रवार को पुलिस उप महानिरीक्षक सीआरपीएफ बीजापुर देवेंद्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ। जितेंद्र कुमार यादव, कमांडेंट 204 कोबरा संतोष कुमार मल्ल, कमांडेंट 206 बटालियन कोबरा पुष्पेंद्र कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑपरेशन मयंक गुर्जर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यूलंडन यॉर्क, उप पुलिस अधीक्षक डीआरजी विनीत साहू के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
Chhattisgarh: सरकार कर रही प्रोत्साहित
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में अर्जुन मड़कम उर्फ अर्जुन गेन्ने, जिसके सिर पर 2 लाख रुपये का इनाम है, हरदमा ताती उर्फ मोरली, हुंगा माड़वी उर्फ पेद्दा, भीमा माड़वी उर्फ नंदू भीमा, नंदा मड़कम उर्फ कायर नंदा, जिसके सिर पर 1 लाख रुपये का इनाम है, शामिल हैं। उनके साथ भीमा हेमला उर्फ मासा, भीमा मड़कम उर्फ मिन्ना, जोगा हेमला उर्फ बक्कू जोगा, हरदमा रावा उर्फ गोमा बिट्टो और दुला माड़वी उर्फ बोड्डा ने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने पर उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत प्रत्येक को 25,000 रुपये का नकद प्रोत्साहन दिया गया।
कई वर्षों से थे सक्रिय
पुलिस के अनुसार कई मुठभेड़ों में शामिल आत्मसमर्पित नक्सली अर्जुन मड़काम उर्फ अर्जुन गेने निवासी पालागुड़ा पटेलपारा थाना पामेड़ जिला बीजापुर, पदनाम- नियमगिरि एरिया कमेटी सदस्य, वर्ष 2015 से सक्रिय है। हड़मा ताती निवासी गोमगुड़ा पोडियामपारा थाना पामेड़ जिला बीजापुर, पदनाम- पालागुड़ा आरपीसी जनताना सरकार उपाध्यक्ष/सीएनएम अध्यक्ष, वर्ष 2003 से सक्रिय था। हुंगा माड़वी उर्फ पेद्दा पिता निवासी कुम्मोडटोंग पटेलपारा थाना पामेड़ बीजापुर, पदनाम- कुम्मोडटोंग डीकेएमएस अध्यक्ष, वर्ष 1997 से सक्रिय था जबकि भीमा माड़वी उर्फ नंदू निवासी एर्रापल्ली स्कूलपारा थाना पामेड़ बीजापुर, पदनाम- एर्रापल्ली आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्ष, वर्ष 2009 से सक्रिय है।
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डीआरजी, बस्तर फाइटर, एसटीएफ, कोबरा एवं सीआरपीएफ बल द्वारा किए जा रहे संयुक्त प्रयासों तथा छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति एवं शासन द्वारा चलाई जा रही “नियाद नेला नार” योजना एवं अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित किए जाने के कारण पुलिस के बढ़ते दबाव एवं इनाम का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। वर्ष 2025 में बीजापुर जिले में अब तक 23 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जबकि 46 नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं तथा 17 नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हैं।
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