बेगूसराय: बूढ़ी गंडक नदी पर बेगूसराय के पवड़ा ढ़ाव में पुल निर्माण की बहुप्रतीक्षित मांग को अब आकार मिलने की उम्मीद जग गई है। केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन को इस पुल की उपयोगिता से अवगत कराते हुए पुल निर्माण करवाने का अनुरोध किया है।
गिरिराज सिंह ने बुधवार को बताया कि मेरे संसदीय क्षेत्र बेगूसराय के मंझौल अनुमंडल में एम.एस. कॉलेज के समीप एसएच-55 से शिव मंदिर, पवड़ा घाट तथा गंडक नदी के दूसरी तरफ बेगूसराय-वीरपुर-संजात पथ के मुजफ्फरा चौक पर निकलती है तथा यह सड़क वीरपुर प्रखंड के भवानंदपुर पंचायत के अंतिम छोर तक जाती है। बूढ़ी गंडक नदी पर पुल नहीं होने के कारण एसएच-55 और बेगूसराय-वीरपुर संजात पथ के दोनों तरफ की आबादी को 11 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है। इस पुल के बनने से मंझौल एवं बेगूसराय अनुमंडल के बीच की दूरी कम हो जाएगी।
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स्कूली बच्चों एवं आम नागरिकों के साथ नदी पार करने के दौरान प्रत्येक वर्ष पवड़ा घाट पर बराबर दुर्घटना होती रहती है, जिससे जान-माल की काफी क्षति होती है। ऐसी परिस्थिति में बूढ़ी गंडक नदी के दाएं तटबंध पर भवानंदपुर एवं बाईं तटबंध पर पवड़ा को जोड़ने वाली उच्चस्तरीय पुल का निर्माण जरूरी है। स्थल का नजरी नक्शा भी पत्र के साथ भेजा गया है। एसएच-55 एवं एमडीआर पथ निर्माण विभाग के क्षेत्राधिकार में है, ऐसे में बेगूसराय संसदीय क्षेत्र के लोगों के व्यापक हित में दो प्रमुख अनुमंडल मंझौल तथा बेगूसराय को जोड़ने वाली गंडक नदी वाला यह महत्वपूर्ण पुल विकास का सारथी साबित होगा।
सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर ने बताया कि गंडक के दोनों तरफ की आबादी स्कूल के लिए पिछले दो दशक से मांग करती आ रही थी। स्थानीय सांसद एवं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के प्रयास से आरसीडी मंझौल डिवीजन के कार्यपालक अभियंता ने इसकी उपयोगिता तथा संरचना के बारे में विस्तृत रिपोर्ट विभाग को भेजी है, उम्मीद है कि जल्द ही पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
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