नई दिल्ली: देश में टेक्नोलॉजी के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट में इन बदलावों को और मजबूती प्रदान की है। वित्त मंत्री ने देशभर में 200 निशुल्क शैक्षणिक टीवी चैनल शुरू करने की बड़ी घोषणा की है। केंद्र सरकार की इस पहल से अब ऑनलाइन के साथ-साथ ऑनएयर शिक्षा को भी मजबूती मिलेगी।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में बताया कि औपचारिक शिक्षा के लिए देश में 200 नए टीवी चैनल शुरू किए जाएंगे। फिलहाल ‘एक कक्षा एक टीवी चैनल’ के आधार पर छात्रों के लिए ऐसे 12 चैनल उपलब्ध हैं। हालांकि बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इन शैक्षणिक टीवी चैनलों की संख्या बढ़ाकर 200 किए जाने की घोषणा की है।
छात्रों के लिए प्रधानमंत्री ई-विद्या कार्यक्रम के तहत वन नेशन वन प्लेटफार्म, वन क्लास वन चैनल की सुविधा शुरू की गई थी। इसके द्वारा सभी छात्रों, जिनमें दिव्यांग छात्र भी शामिल हैं टीवी चैनल के माध्यम से शिक्षा हासिल कर सकते हैं।
शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि जिन छात्रों के पास इंटरनेट नहीं है उनके लिए स्वयंप्रभा नामक वन क्लास, वन चैनल शुरू किए गए थे। इसके तहत हर छात्र को टेलीविजन के माध्यम से उच्च गुणवत्तापरक शिक्षा सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है। अब तक देशभर के छात्रों हेतु प्रत्येक क्लास कक्षा के लिए एक टीवी चैनल उपलब्ध था, लेकिन संख्या बढ़ने के साथ ही अब यह टीवी चैनल विभिन्न भाषाओं में भी उपलब्ध होंगे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में बताया कि देशभर में शुरू किए जा रहे यह 200 शैक्षणिक टीवी चैनल क्षेत्रीय भाषाओं को महत्व देंगे। विभिन्न राज्यों एवं क्षेत्रों के छात्र अपनी मातृभाषा के आधार पर शैक्षणिक चैनल का चयन कर सकेंगे और स्थानीय भाषा में ही इन टीवी चैनल के माध्यम से ऑन एयर शिक्षा हासिल कर सकेंगे।
शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि उन्होंने उत्कृष्ट डिजिटल शैक्षणिक सामग्री तैयार की है यह सामग्री दीक्षा, स्वयं, स्वयं प्रभा, ई-पाठशाला और राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी आदि प्लेटफार्म द्वारा प्रदान की जा रही है। जिन विद्यार्थियों के पास डिजिटल संसाधन उपलब्ध नहीं है, उन्हें स्वयं प्रभा के 24 घंटे चलने वाले डीटीएच चैनलों के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जा रही है ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।
बजट में ऑन एयर शिक्षा को बढ़ावा देने और ऑनलाइन माध्यमों को सशक्ता प्रदान करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में डीटीएच को बढ़ावा देने की बात कही गई है। डीटीएच चैनलों के माध्यम से सभी कक्षाओं के लिए नए टीवी चैनल शुरू किए जाने का प्रावधान बजट में किया गया है।
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कोरोना के कारण अधिकांश शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई ऑनलाइन माध्यमों पर शिफ्ट की गई है। हालांकि छात्रों के बीच स्मार्टफोन जैसे डिजिटल साधनों को लेकर बड़ी असमानता है। आर्थिक सर्वेक्षण बताता है कि उच्च कक्षा के बच्चों की तुलना में निचली कक्षाओं के बच्चों के लिए ऑनलाइन कार्य करना कठिन रहा। छोटी कक्षाओं के बच्चों को स्मार्टफोन की अनुपलब्धता तथा कनेक्टिविटी नेटवर्क की अनुपलब्धता जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है।
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