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Zia ul Haq Murder: राजा भैया की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, जिया उल हक हत्याकांड में CBI ने शुरु की जांच

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DSP Zia ul Haq Murder: उत्तर प्रदेश के चर्चित सीओ जियाउल हक हत्याकांड की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में सीबीआई की टीम देर रात कुंडा के बलीपुर गांव पहुंची और घटना स्थल का निरीक्षण किया। दरअसल जियाउल हक की पत्नी परवीन आजाद की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने कुंडा विधायक राजा भैया और उनके सहयोगियों को क्लीन चिट देते हुए सीबीआई को दोबारा जांच करने का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने जियाउल हक हत्याकांड की दोबारा जांच शुरू कर दी है। इसी के साथ ही प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा से विधायक रघुराज प्रताप सिहं उर्फ राजा भैया की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं।

जांच के लिए बलीपुर गांव पहुंची सीबीआई

बता दें कि सीबीआई की पांच सदस्यीय टीम कुंडा पहुंच गई है और मामले की बारीकी से जांच शुरू कर दी है। सीबीआई की टीम सबसे पहले बलीपुर गांव पहुंची, जहां सीओ जिया उल हक की हत्या हुई थी। इस दौरान सीबीआई की टीम करीब दो घंटे तक घटनास्थल पर रही और कई लोगों से पूछताछ की। सीबीआई की टीम इलाके के हथिगवां थाने गई और वहां से भी जानकारी जुटाई। इसके बाद वापस प्रतापगढ़ जिले में लौट आई है। माना जा रहा है कि CBI की टीम इस मामले में कुंडा विधायक राजा भैया से दोबारा पूछताछ करेगी।

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क्या है जिया उल हक हत्याकांड मामला?

गौरतलब है कि मार्च 2013 में कुंडा के सीओ रहे जियाउल हक की भीड़ ने घेरकर बेरहमी से हत्या कर दी थी। वह बलीपुर गांव में प्रधान नन्हें यादव की हत्या के बाद बिगड़े हालात को नियंत्रित करने गए थे। इस दौरान लाठी-डंडों से पिटाई के बाद गोलियां भी चलाई गईं। इस दौरान नन्हे यादव के भाई सुरेश यादव की भी गोली लगने से मौत हो गयी। इस घटना को लेकर एफआईआर दर्ज करायी गयी थी। मनोज शुक्ला की शिकायत पर प्रधान नन्हें यादव के भाई और बेटे समेत 10 लोगों को नामजद किया गया था। जबकि दूसरी प्राथमिकी सीओ की पत्नी ने दर्ज करायी थी, जिसमें गुलशन यादव समेत चार लोगों को आरोपित किया गया था।

CBI ने राजा भैया को दी थी क्लीनचिट

उस दौरान सपा सरकार की सिफारिश पर तत्कालीन केंद्र सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। इसके बाद सीबीआई ने कुंडा में ही कैंप कार्यालय स्थापित कर कई महीनों तक इस मामले की जांच की। सीबीआई ने कैंप ऑफिस में राजा भैया से दो दिनों तक पूछताछ की थी, हालांकि इस मामले में सीबीआई ने राजा भैया को क्लीन चिट दे दी थी और उनके खिलाफ क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी थी। जिस पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी।

राजा भैया के खिलाफ क्लोजर रिपोर्ट के बाद डीएसपी जिया उल हक की पत्नी परवीन आजाद ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को तीन महीने का वक्त दिया है। सीबीआई को अब तीन महीने में जांच कर सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल करनी है।

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