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रांची: रांची के डोरंडा में झारखंड सशस्त्र पुलिस बल (जैप-वन) का 143वां स्थापना दिवस गुरुवार को धूमधाम से मनाया गया। जैप ग्राउंड में शहीद बेदी पर श्रद्धांजलि अर्पित कर कार्यक्रम की शुरूआत हुई। मुख्य अतिथि एडीजी प्रशांत सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने भव्य परेड का निरीक्षण करते हुए सलामी ली। इस दौरान जैप वन ग्राउंड पर जवानों और बैंड पार्टी ने आकर्षक परेड पेश किया। बैड डिस्पले ने वहां उपस्थित सभी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
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समारोह को संबोधित करते हुए एडीजी ने कहा कि जैप वन का इतिहास बहुत ही गौरवशाली है। बटालियन के वीर जवानों ने हमेशा अपनी शहादत देखकर जैप- वन का नाम रोशन किया है। बटालियन की मजबूती के लिए कई तरह की कार्य योजना तैयार की गई है, जिस पर जल्द ही अमल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अनुशासन और जुनून देखना है तो गोरखा वाहिनी को देखने की जरूरत है। दूसरी ओर परिसर में ही आनंद मेले का भी आयोजन किया गया। मेले में 84 स्टॉल लगाये गये। आनंद मेला में प्राइड ऑफ गोरखा स्टॉल लगाया गया है। इसमें गोरखा समाज की उपलब्धि, उनकी संस्कृति को दर्शाया गया है। मौके पर कई अधिकारी मौजूद थे।
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उल्लेखनीय है कि जनवरी 1880 में अंग्रेजों के शासनकाल में इस वाहिनी की स्थापना न्यू रिजर्व फोर्स के नाम से हुई थी। वर्ष 1892 में इस वाहिनी को बंगाल मिलिट्री पुलिस का नाम दिया गया। साल 1905 में इस वाहिनी का नाम बदलकर गोरखा मिलिट्री रखा गया।देश में स्वतंत्रता के बाद वर्ष 1948 में इस वाहिनी का नाम बदलकर प्रथम वाहिनी बिहार सैनिक पुलिस रखा गया था। साल 2000 में झारखंड अलग गठन बाद इस वाहिनी का नाम झारखंड सशस्त्र पुलिस वन (जैप वन) रखा गया।
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