लखनऊः भारतीय जनता पार्टी के विधायक पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह करने वाले युवक ने सोमवार सुबह अस्पताल में दम तोड़ दिया। युवक की मौत के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
मिली जानकारी के अनुसार मूलरूप से उन्नाव जिले के माखी थाना क्षेत्र अन्तर्गत चकलवंसी के रहने वाले आनंद मिश्रा ने बीते 26 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के पास आत्मदाह करने का प्रयास किया था।
पुलिस ने गंभीर रूप से झुलसी हालत में आनंद मिश्रा को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया था। पूछताछ के दौरान उसने भाजपा विधायक बंबा लाल दिवाकर पर आरोप लगाया था कि उनकी शह पर उसको प्रताड़ित किया जा रहा था। इस मामले की उन्होंने कई बार पुलिस से शिकायत की थी। लेकिन पुलिस ने इस मामले में कार्यवाही करने के बजाय उन्हें वापस लौटा दिया था। इसी से परेशान होकर आनंद मिश्रा ने यह कदम उठाया है। वहीं, आनन्द मिश्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज था।
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उस पर यह आरोप लगाया गया था कि उसने सोशल मीडिया पर विधायक बंबा लाल दिवाकर को गोली मारने की धमकी दी थी। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। इन सब के बीच आनंद बीते 26 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास के पास पहुंच गया और खुद को आग के हवाले कर दिया। जब तक पुलिस उस तक पहुंचती वह गंभीर रूप से झुलस चुका था। गौतमपल्ली थाना पुलिस ने गंभीर हालत में सिविल अस्पताल पहुंची और उसे वहां भर्ती कराया था। जहां सोमवार सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी।
पहले भी हो चुकी हैं आत्मदाह की घटनाएं
यह कोई पहली बार नहीं है जब आत्मदाह की घटनाएं हुई हों। इससे पहले भी मुख्यमंत्री आवास, भाजपा कार्यालय और विधानभवन के सामने कई बार लोग आत्मदाह का प्रयास कर चुके है। लेकिन वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी सक्रियता के साथ उन्हें ऐसा करने से रोक लेते हैं। फिर भी कई बार गंभीर रूप से झुलस चुके लोग इलाज के दौरान दम तोड़ देते हैं। सवाल यह उठता है कि अगर पुलिस अपने कार्य को पूरी ईमानदारी से करें तो शायद लोगों को इस तरह का कदम उठाने के लिए मजबूर न होना पड़े।
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