UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में युवाओं को हुनरमंद बनाने एवं उन्हें रोजगार मुहैया कराने के लिए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित कर बजट की व्यवस्था की जा रही है। अब तक का सबसे बड़ा बजट 7 लाख करोड़ से ज्यादा का पेश किया गया। उत्तर प्रदेश बजट में युवाओं के साथ अन्य सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। यह बातें प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने कही।
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने आगे कहा कि प्रदेश सरकार ने सूबे की अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का संकल्प लिया है। इस लक्ष्य को पाने में युवाओं के महत्वपूर्ण योगदान ने इनकार नहीं किया जा सकता। वर्तमान में माध्यमिक स्तर के 301 राजकीय विद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षा के साथ-साथ सर्टिफिकेशन की व्यवस्था की गई है। उच्च शिक्षा संस्थानों में कौशल आधारित पाठ्यक्रम के लिये 113 महाविद्यालयों का चयन किया गया है।
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मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड की सहभागिता से प्रदेश के राजकीय क्षेत्र के 150 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में आधुनिक कार्यशालाओं एवं कक्षों का निर्माण अन्तिम चरण में है। प्रदेश के अन्य ऐसे अवशेष 69 संस्थान जहां कम से कम 5000 वर्ग फीट की भूमि उपलब्ध है का उन्नयन वित्तीय वर्ष 2024-2025 में कराया जाना प्रस्तावित है, जिसके लिए 818.75 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित की गयी है।
अप्रेन्टिसशिप के माध्यम से युवाओं को उद्योगों में भत्ते के साथ प्रशिक्षण प्रदान किये जाने के क्रम में मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना के लिए वित्तीय वर्ष 2024-2025 में 70 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत 12.15 लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया गया जिनमें से 4.13 लाख युवाओं को विभिन्न प्रतिष्ठित कम्पनियों में सेवायोजित किया जाएगा।
(रिपोर्ट-पवन सिंह चौहान, लखनऊ)
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