लखनऊः प्रदेश की योगी सरकार के 4 वर्षों का कार्यकाल पूरा हो रहा है। ऐसा करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाजपा के उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल के 4 साल पूरे किए हैं। अपने इस कार्यकाल के दौरान योगी सरकार ने प्रदेश में कई ऐसे कार्य किए हैं, जिन्हें इस प्रदेश के इतिहास में सदा के लिए याद रखा जाएगा। फिर चाहे वो रामनगरी अयोध्या के कायाकल्प की बात हो या फिर कोरोना काल जैसे मुश्किल हालात में सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य में सुगम व्यवस्था बनाए रखना। योगी सरकार ने कई क्षेत्रों में अपने अब तक कार्यकाल में ऐतिहासिक कार्य किए हैं।
सरकार ने एक ओर जहां प्रदेश में अपराध पर पूरी तरह से शिकंजा कस रखा है। अब यूपी में अपराधी गुजरने से भी कांपते हैं। पिछले कई सालों से प्रदेश की जनता को दहलाने वाले बड़े से बड़े अपराधी और बाहुबली अब यूपी की सीमा से गुजरने तक से परहेज करते हैं। वहीं राज्य की योगी सरकार ने प्रदेश में विकास की भी एक लहर चलाई है। योगी सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि उत्तर प्रदेश जल्द ही देश का सबसे अधिक एयरपोर्ट वाला राज्य बनने जा रहा है। इतना ही नहीं योगी के नेतृत्व में ही यूपी देश में जीडीपी के मामले में अब दूसरे नंबर पर है, उससे आगे अब सिर्फ महाराष्ट्र ही है। इस सरकार ने राज्य की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक बेरोजगारी की समस्या का भी काफी हद तक हल निकाला है। जिसका नतीजा है कि राज्य में बेरोजगारी दर जनवरी माह में ही घटी है।
सीएम योगी के कुर्सी संभालते ही राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिए बड़े कदम उठाने शुरू हो गए। फिर चाहे वो एंटी रोमियो हो या फिर मिशन शक्ति। सरकार लगातार महिला सुरक्षा पर जोर दे रही है। वहीं अब राज्य में समय-समय पर महोत्सवों का भी आयोजन किया जा रहा है, जिससे प्रदेश की प्रसिद्ध चीजें पूरे देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रही हैं। इसके साथ ही यूपी केंद्र की योजनाओं का सबसे ज्यादा लाभ देने वाला राज्य भी है। फिर चाहें वो प्रधानमंत्री आवास योजना हो या प्रधानमंत्री शौचालय योजना, उत्तर प्रदेश इन सभी योजनाओं का लाभ देने वाला सबसे अग्रणी राज्य है। इसके अलावा योगी सरकार ने ‘लव जिहाद’ कानून जैसे कुछ ऐतिहासिक फैसले भी लिए हैं, वहीं कोरोना महामारी के समय में भी राज्य में सुदृढ़ समुचित व्यवस्था करना और ऐसे कठिन समय में भी राज्य के हर जरूरतमंद की आवश्यकताओं को पूरा करना इस राज्य के लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। योगी सरकार के कारगर 4 सालों के दौरान किए गए महत्वपूर्ण कार्यों पर
आइए डालते हैं एक नज़र-
7,500 से ज्यादा एनकाउंटर, खौफ में अपराधी
राज्य में किसी भी सरकार आए, लेकिन प्रदेश में अपराधों का बोल-बाला रहता था। जनता को हमेशा ही बाहुबलियों और अपराधियों की सत्ता ही झेलनी पड़ती थी, क्योंकि प्रदेश की सरकार में उन्हीं की चलती थी। अपराधिक घटनाओं का आलम ये था कि प्रदेश को जंगल राज्य से संबोधित किया जाता था, लेकिन योगी आदित्यनाथ के राज्य की गद्दी पर बैठते ही अपराध पर शिकंजा कसा जाने लगा। योगी अपराधियों के लिए काल बनकर आए। अब यहां पर कोई भी अपराधी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता है। आए दिन सरकार इन अपराधियों को उनके सही ठिकाने पर पहुंचा रही है। सत्ता संभालते ही योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी माफिया या अपराधी के साथ किसी अधिकारी की संलिप्तता मिली तो उस अधिकारी के विरुद्ध ऐसी सख्त कार्रवाई होगी, जो नजीर बनेगी। वन माफिया, भू-माफिया, पशु माफिया, खनन माफिया, ठेका माफिया, दंगा माफिया और इनको प्रश्रय देने वालों से पूरी सख्ती से निपटें। जीरो टॉलरेंस की नीति जमीन पर साफ दिखनी चाहिए। योगी सरकार की सख्ती का ही नतीजा है कि 4 साल में यूपी पुलिस ने 7,500 से ज्यादा एनकाउंटर किए, जिसमें 132 अपराधी मारे गए। योगी सरकार के कार्यकाल में मार्च 2017 से 15 फरवरी 2021 के बीच प्रदेश भर में पुलिसवालों और अपराधियों के बीच 7,500 से ज्यादा मुठभेड़ हो चुकी हैं, जिसमें 132 अपराधी मारे जा चुके हैं। 2,900 से ज्यादा अपराधी गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। अब तो आलम ये है कि अपराधी या माफिया यूपी से भाग रहे हैं। नौबत ये आ गई है कि अब कोई भी अपराधी उत्तर प्रदेश की सीमा से गुज़रना तक नहीं चाहता कि कहीं उसका भी एनकाउंटर न कर दिया जाए। अपराधियों एवं माफियाओं को भी ये अहसास हो चुका है कि अब उनके लिए यूपी में कोई जगह नहीं है, नतीजन अब वो दूसरे राज्यों में शरण ले रहे हैं।
कोरोना की चुनौती से पाया पार
पूरा 2020 ही कोरोना की भेंट चढ़ गया। जिस समय पूरी दुनिया कोरोना से हिल गई थी, ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में उत्तर प्रदेश की सरकार ने काफी संयम से काम लिया और अपने हर नागरिक को ऐसे मुश्किल समय में भी वो सारी सुविधाएं और सेवाएं उपलब्ध कराईं, जो जन-जीवन के लिए अति-आवश्यक थीं। सरकार ने इस कठिन समय का डटकर सामना किया। हर पैमाने पर खुद को इक्कीस साबित किया। जिस समय पूरी दुनिया में और भारत में हर राज्य में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे थे, उस वक्त देश में सबसे कम कोरोना केस उत्तर प्रदेश में ही नज़र आ रहे थे। सरकार ने राज्य में आ रहे प्रवासी मजदूरों का भी पूरा ख्याल रखा और सभी को राज्य में पनाह दी और रोजगार भी उपलब्ध कराया। कोरोना काल में 40 लाख से अधिक प्रवासी यूपी में आए। इस दौरान सरकार ने कई योजनाएं नागरिकों के लिए लागू कीं, वहीं लॉकडाउन के समय में लोगों को राशन पहुंचाने के लिए डोर टू डोर सेवा शुरू की। कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के अलावा टीकाकरण के मामले में भी यह देश का अव्वल राज्य बना।
महिला सुरक्षा पर जोर
साल 2017 में राज्य की सत्ता पर काबिज होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं की सुरक्षा की ओर ध्यान दिया और पहला कदम उठाते हुए राज्य में एंटी-रोमियो स्क्वॉड लागू किया। इसके ज़रिए राज्य में शोहदों पर अंकुश लगाया गया, जो महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते थे या उन्हें परेशान करते थे। इसके बाद योगी सरकार लगातार महिलाओं की सुरक्षा के लिए कदम उठाती रही। पिछले साल अक्टूबर में योगी सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए ‘मिशन शक्ति’ की शुरूआत की। वहीं साल 2021 में फरवरी माह में ही सरकार ने सेफ सिटी योजना की भी शुरूआत की। इसका उद्देश्य भी महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करना ही है। पहले इसकी शुरूआत सिर्फ राज्य की राजधानी लखनऊ में की गई थी, लेकिन अपने चैथे और अंतिम बजट में सरकार ने इस योजना को प्रदेश के 17 अन्य शहरों में लागू करने के लिए बजट में सेफ सिटी योजना के लिए 97 करोड़ रुपए का प्रावधान किया।
अयोध्या का कायाकल्प
योगी सरकार ने राम नगरी अयोध्या का कायाकल्प करने का बीड़ा उठाया और लगातार अयोध्या के चैमुखी विकास के लिए प्रयासरत है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा राम मंदिर के लिए फैसला सुनाने के बाद से योगी सरकार ने अयोध्या को विश्व पटल पर लाने का संकल्प किया है। सत्ता में आने के बाद ही अयोध्या में प्रति वर्ष आयोजित होने वाले दीपोत्सव ने विश्व पटल पर इसकी छवि को मजबूत किया। अपने कार्यकाल के अंतिम बजट में योगी सरकार ने अयोध्या के विकास के लिए 140 करोड़ रुपए दिए, वहीं अयोध्या के पर्यटन को मजबूत करने के लिए 100 करोड़ रुपए जबकि 300 करोड़ से अधिक की राशि राम मंदिर तक पहुंच मार्ग के लिए लिए दी। योगी सरकार द्वारा अयोध्या में भव्य इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण भी किया जा रहा है। जिसका नाम मर्यादा पुरुषोत्तम राम के नाम पर रखा जाएगा। इसके अलावा हाल ही में श्रीराम यूनिवर्सिटी बनाने का भी ऐलान किया गया है। सीएम योगी ने कहा कि विभिन्न दिशाओं से अयोध्या पहुंचने वाले दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए सड़कों का प्रभावी और निर्बाध नेटवर्क तैयार किया जाए तथा सड़कों के दोनों ओर पेयजल, शौचालय जैसी जनसुविधाओं की अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि अपने वाहनों से आने वाले दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए विभिन्न स्थलों पर ‘मल्टी लेवल’ पार्किंग का निर्माण किया जाए।
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ये भी रही उपलब्धियां
• जीएसडीपी में बना भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य
• ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैकिंग में देश में दूसरा स्थान
• देश का दूसरा सबसे अधिक एयरपोर्ट वाला राज्य
• गोवंश संरक्षण के लिए नई योजना, गौशालाओं का विकास
• प्रदेश में पहली बार डिफेंस एक्सपो का सफल आयोजन
• राज्य को 4 नए एक्सप्रेस वे की सौगात
• एक जिला-एक उत्पाद योजना बनी मिसाल
• बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र की प्यास बुझाने के लिए हर घर नल योजना की शुरुआत
• रिकॉर्ड पौधारोपण से पर्यावरण के प्रति जागरूकता
• उपद्रवियों दंगाइयों द्वारा क्षतिग्रस्त की गई सरकारी संपत्तियों के नुकसान की वसूली के लिए रिकवरी अध्यादेश
• दंगे और बेवजह प्रदर्शन कर शांति व्यवस्था बिगाड़ने वाले उपद्रवियों के चौराहों पर पोस्टर लगाने का फैसला
• यूपी में विशेषाधिकार वाले विशेष सुरक्षा बल का गठन कर सुरक्षा व्यवस्था को किया और मजबूत
• नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी और भव्य फिल्म सिटी बनाने का फैसला
• बेरोजगारी दूर करने के लिए मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना के लिए 100 करोड़ रुपए का प्रावधान
• लव जिहाद कानून लागू करने वाला देश का पहला राज्य
• विभिन्न उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए महोत्सवों का आयोजन
• नोएडा को उत्तरी भारत का सबसे बड़ा लॉजिस्टिक हब बनाने का ऐलान
• 20 हजार एकड़ के लैंड बैंक की स्थापना
• श्रमिक सेवायोजन एवं रोजगार आयोग का गठन
• पूर्वांचल से जानलेवा जैपेनीज इंसेफेलाइटिस (दिमागी बुखार) का सफाया