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योगी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार आज, जितिन प्रसाद-बेबी रानी मौर्य समेत आठ मंत्री लेंगे शपथ

लखनऊः उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार के मंत्रिमंडल का आज विस्तार हो सकता है। योगी सरकार का यह दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार है। शासन में इसको लेकर चहलकदमी तेज हो गई है। राजभवन भी हरकत में आ गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राजभवन में तैयारियों को लेकर बैठक शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल करीब दो बजे तक गुजरात दौरे से वापस लौटेंगी। इसके बाद शाम को पांच बजे के बाद उत्तर प्रदेश राजभवन में सात-आठ मंत्रियों को शपथ दिलायी जाएगी।

पूर्व राज्यपाल भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य को मंत्री बनाया जा सकता है। उन्होंने गत शनिवार को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। इनके अलावा निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद, कांग्रेस पार्टी से भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद समेत भाजपा के प्रदेश महासचिव जेपीएस राठौर, गोविंद नारायण शुक्ला जैसे नेताओं के नामों की भी चर्चा है।

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2022 के यूपी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मंत्रिमंडल में नए मंत्रियों को शामिल किया जा रहा है। वहीं किसी भी पुराने मंत्री मंत्रिमंडल से छुट्टी नहीं होगी। मंत्रिमंडल में नए मंत्रियों को शामिल कर प्रदेश की योगी सरकार जातीय और क्षेत्रीय समीकरण साधने की जुटी हुई है। कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए जितिन प्रसाद को मंत्रिमंडल में शामिल करना इसका एक सटीक उदाहरण है। जून तथा जुलाई में चर्चा ने जोर पकड़ा तो अगस्त के अंतिम हफ्ते में तो मंत्रियो के नाम के साथ ही शपथ लेने की तारीख भी तय होने लगी थी। राज्यपाल के लखनऊ आने के तत्काल बाद ही राजभवन में बैठक होगी। इसके बाद शपथ ग्रहण का समय तय किया जाएगा। एक ब्राह्मण के अलावा पांच-छह एससी-ओबीसी ही मंत्री बनने की संभावना है। योगी मंत्रिमंडल में एक को कैबिनेट मंत्री तथा जबकि छह-सात को स्वतंत्र प्रभार तथा राज्य मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी।

बता दें कि आठ जुलाई को हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में यूपी को खास तवज्जो दी गई थी, जिसमें जातीय गणित पर साधने का प्रयास किया गया था। यूपी से बनाए गए सात नए मंत्रियों में चार ओबीसी, दो दलित और एक ब्राह्मण समाज के थे। मोदी के कैबिनेट में यूपी का मजबूत प्रतिनिधित्व है। यह पहली बार है जब केंद्रीय कैबिनेट में यूपी से रिकॉर्ड 15 मंत्री बनाए गए हैं। रविवार को राज्यपाल के लखनऊ आगमन के बाद मनोनीत विधान परिषद सदस्यों की सूची पर भी मुहर लगेगी। गौरतलब है कि 19 मार्च 2017 को सरकार गठन के बाद 22 अगस्त 2019 को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मंत्रिमंडल विस्तार किया था। उस दौरान मंत्रिमंडल में 56 सदस्य थे। कोरोना के चलते तीन मंत्रियों का निधन हो चुका है। हाल ही में राज्यमंत्री विजय कुमार कश्यप की मौत हुई थी, जबकि कोरोना की पहली लहर में मंत्री चेतन चौहान और मंत्री कमल रानी वरुण नहीं रहीं। राज्य में कैबिनेट मंत्रियों की अधिकतम संख्या 60 तक हो सकती है। अभी 7 मंत्री पद खाली है।

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