महिलाओं के मुद्दों के प्रति संवेदनशील योगी सरकारः बेबी रानी मौर्या

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लखनऊः प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गयी मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में विभाग द्वारा सौ दिन के अंतर्गत 1.40 लाख नवीन पात्र बालिकाओं को जोड़ा गया तथा उनके खातों में लाभ की धनराशि भी अंतरित कर दी गई। यह जानकारी प्रदेश की महिला कल्याण एवं बाल विकास व पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्या ने गुरुवार को लोकभवन में प्रेसवार्ता के दौरान कही। बेबी रानी मौर्या ने कहा कि सरकार महिलाओं के मुद्दों के प्रति संवेदनशील है। विभाग द्वारा मात्र तीन माह में 50 हजार ऐसी महिलाओं को चिह्नित किया गया जो 18 वर्ष से ऊपर की हैं और किन्हीं कारणों से अपने पति की मृत्यु उपरांत निराश्रित महिला की श्रेणी में हैं। ऐसी सभी महिलाओं को पेंशन देने की कार्यवाही पूर्ण कर ली गई है।

मंत्री ने बताया कि इस योजना में वर्ष 2016-17 में लाभार्थी महिलाओं की संख्या 17.31 लाख थी, जो वर्ष 2022-23 में बढ़कर अब 31.50 लाख हो गई है। हमारी सरकार के कार्यकाल में 14.19 लाख नवीन महिलाओं को जोड़ा गया है। योजना के अंतर्गत पेंशन की धनराशि को 500 से बढ़ाकर 1000 रुपये प्रतिमाह किया गया। यह सरकार की महिलाओं के कल्याण को लेकर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान प्रभावित हुए बच्चों को बच्चों के भरण-पोषण के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) शुरू की गई। इस योजना के तहत 11049 बच्चों को 4000 रुपये प्रतिमाह और 5284 बच्चों 2500 रुपये प्रतिमाह आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

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इसके अतिरिक्त कक्षा-9 या उससे ऊपर की कक्षाओं में अध्ययनरत 1060 बच्चों को लैपटाॅप वितरण किया गया। सौ दिनों के भीतर ही विभाग द्वारा अधिनियम के अंतर्गत गठित किशोर न्याय बोर्ड तथा बाल कल्याण समितियों में नवनियुक्त 525 सदस्यों के प्रशिक्षण का लक्ष्य भी पूर्ण कर लिया गया है। मंत्री ने बताया कि शांहजहांपुर के नवीन भवन में 50 बच्चों की क्षमता के राजकीय सम्प्रेक्षण गृह का निर्माण कार्य पूर्ण कराकर संचालन शुरू करा लिया गया है, वर्तमान में संस्था में 49 किशोर आवासित हैं।

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