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World Heritage Day 2023: यूनेस्को की लिस्ट में MP की ये 12 धरोहरें होगी शामिल !

heritage-orchha-mandu-UNESCO-list भोपालः आज विश्व धरोहर दिवस है। मध्यप्रदेश के लिए यह दिन बहुत खास है, क्योंकि यूनेस्को भारत सरकार के साथ मिलकर राज्य के विभिन्न प्राचीन भवनों और प्रमुख स्थलों को एक के बाद एक विश्व विरासत स्थलों की सूची में चुन रहा है। पिछले दो वर्षों में राज्य के दो विश्व धरोहर स्थलों को यूनेस्को की सूची में जोड़ा गया है। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और भेड़ाघाट की मार्बल रॉक इसमें शामिल हैं। यूनेस्को की स्थायी लिस्ट में ओरछा और मांडू आने वाले समय में ओरछा और मांडू यूनेस्को (UNESCO) की स्थायी लिस्ट में दिखाई देंगे। इसकी उम्मीद तब और बढ़ गई है, जब यूनेस्को की महत्वपूर्ण बैठक इन दिनों राजधानी भोपाल में चल रही है। इसके साथ ही एक और उपलब्धि जुड़ने की संभावना बढ़ रही है, यानी यूनेस्को की अस्थायी सूची में राज्य के 10 अन्य स्थानों को शामिल करने पर सहमति बन गई है। ये भी पढ़ें..शराब घोटाला: सिसोदिया की जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित, 26 अप्रैल को मामले पर सुनवाई यूनेस्को की अस्थायी सूची में आने वाले ये हैं 10 अन्य स्थल दरअसल मध्य प्रदेश में ओरछा और मांडू के अलावा ये 10 अन्य स्थान ऐसे हैं, जिनका ऐतिहासिक महत्व के साथ-साथ अपना ही वैभव है। चौसठ योगिनी मंदिर भेड़ाघाट, ग्वालियर का किला, चंबल घाटी की रॉक कला, खूनी भंडारा बुरहानपुर, मध्य प्रदेश का अशोक शिलालेख, प्राकृतिक आवास अमरकंटक, रॉक-कट गुफा धामनगर, शिव मंदिर भोजपुर, रामनगर मंडला और गुप्तकालीन मंदिरों को इस सूची में रखा जा सकता है। यूनेस्को के दिशा-निर्देशों के मुताबिक इन सभी स्थलों को विश्व धरोहर में शामिल करने की पूरी पात्रता है। heritage-orchha-mandu-UNESCO-list धरहरों के संरक्षण का कार्य कर रही राज्य सरकार राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष विनोद गोंटिया का कहना है कि राज्य सरकार केंद्र सरकार के सहयोग से और जहां भी आवश्यक हो, अपने दम पर राज्य में ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण और विकास की दिशा में काम कर रही है. इससे पर्यटन के साथ-साथ सभी क्षेत्रों में आर्थिक विकास हो रहा है और देश की सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक विरासत के संरक्षण को भी बढ़ावा मिल रहा है। हमारे प्रयास इन दिनों सभी आवश्यक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हैं ताकि हम राज्य के अधिक से अधिक पुरातात्विक महत्व के स्थलों को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की सूची में लाने में सफल हो सकें। अभी विश्व विरासत स्थल खजुराहो, भीमबेटका और सांची स्तूप प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति एवं प्रबंध निदेशक पर्यटन बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने इस संबंध में कहा कि मध्यप्रदेश सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक धरोहरों को बचाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है. राज्य में तीन यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल खजुराहो, भीमबेटका और सांची स्तूप हैं। इसके साथ ही संभावित सूची में मांडू, ओरछा, सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान और भेड़ाघाट-लम्हेटाघाट को शामिल किया गया है, जो प्रदेश के लिए गर्व की बात है। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति शिव शेखर शुक्ला द्वारा यह भी बताया गया कि प्रदेश में लगभग 270 ऐतिहासिक स्मारक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के पास हैं और इनमें से लगभग साढ़े सात सौ राज्य पुरातत्व के संरक्षण में हैं।
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