शिमला: हिमाचल प्रदेश के पांच स्कूलों को अपने कैंपस को इको फ्रेंडली बनाने के लिए ‘ग्रीन स्कूल अवॉर्ड’ (Green School Award) से नवाजा गया है। पर्यावरण (Environment) के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (सीएसई) के ग्रीन स्कूल प्रोग्राम (जीएसपी) के तहत स्कूलों को उनकी पर्यावरण व्यवस्था के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया। पर्यावरण (Environment) के अनुकूल पर्यावरण बनाए रखने के लिए सोलन जिले को राज्य का सर्वश्रेष्ठ जिला भी घोषित किया गया। पिछले चार वर्षों से सोलन जिला पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर आ रहा है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) के अवसर पर स्टेट गेस्ट हाउस पीटरहॉफ शिमला में ग्रीन स्कूल अवार्ड (Green School Award) प्रदान किए। सोलन और हमीरपुर जिले के स्कूलों ने पर्यावरण (Environment) के निर्धारित मानकों पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है। चेंजमेकर स्कूल अवार्ड सोलन जिले के जीएमबी स्कूल नालागढ़ और कसौली इंटरनेशनल स्कूल को दिया गया है। चंबा जिले के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हिमगिरी को भू प्रबंधक पुरस्कार मिला है। हमीरपुर जिले के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गुलेला को वेस्ट वारियर पुरस्कार तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुल्हेड़ा को ऊर्जा प्रबंधक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
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हर साल ये पुरस्कार सीएसई और हिमाचल प्रदेश विज्ञान प्रौद्योगिकी और पर्यावरण परिषद के सहयोग से दिए जाते हैं। वास्तव में, सीएसई का ग्रीन स्कूल प्रोग्राम स्कूलों के छात्रों और शिक्षकों को अपने परिसरों को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए प्रोत्साहित करने की एक पहल है। सीएसई के उप कार्यक्रम प्रबंधक नीरज कुमार ने कहा कि स्कूलों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए ग्रीन स्कूल अवार्ड (Green School Award) दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश वर्ष 2012 में सीएसई के ग्रीन स्कूल कार्यक्रम में शामिल हुआ था। तब इसमें 44 स्कूलों ने भाग लिया था। वर्ष 2022 में ग्रीन स्कूल कार्यक्रम में भाग लेने वाले हिमाचल के स्कूलों की संख्या 800 से अधिक हो गई है।
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