नई दिल्लीः बदलती जीवनशैली और वातावरण के बदलते प्रभाव से कैंसर के मामले तेज गति से बढ़ते जा रहे हैं। कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन समय पर इसका पता चलने से इलाज भी संभव है। इस बीमारी से देशभर में करीब 12 लाख से अधिक लोगों की मौत हो जाती है। कैंसर से बचाव और उसके प्रति जागरूकता के लिए प्रतिवर्ष 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। विश्व कैंसर दिवस जागरूकता के लिए अभियान चलाया जाता है। जिसमें कैंसर रोग व उससे बचाव की जानकारी दी जाती है। विश्व कैंसर दिवस की शुरुआत 1933 से हुई।
बढ़ते कैंसर के कई कारण
कैंसर के बढ़ने के कई कारण है। 90 से 95 प्रतिशत कैंसर का कारण बदलती जीवनशैली और वातावरण है। वहीं 5 से 10 प्रतिशत आनुवांशिक होता है। कैंसर की बीमार के कारण बड़ी संख्या में लोग अकारण ही मर रहे है। कैंसर की प्रारंभिक स्तर पर जांच होने पर इसका उपचार संभव है। लेकिन आमजन में इसकी जानकारी के अभाव के चलते इसका जल्दी उपचार नहीं हो पाता। इसलिए इसकी जागरूकता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
युवाओं में बढ़ता कैंसर चिंताजनक
युवा वर्ग में बढ़ता कैंसर बेहद चिंताजनक है। हालांकि इस पर रोक के लिए सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। मुंह और फेफड़ों के कैंसर के कारण 25 प्रतिशत से अधिक पुरूषों की मृत्यु होती है जबकि मुंह और स्तन के कैंसर में 25 प्रतिशत से अधिक महिलाओं की मृत्यु हेती है। गले के दर्द, मुंह में लंबे समय तक अल्सर, आवाज में बदलाव और चबाने और निगलने में कठिनाई जैसे लक्षणों से ओरल कैंसर का निदान किया जा सकता है।
नाबालिग उड़ा रहे जहरीला धुंआ
नाबालिग अपने स्कूली जीवन से ही जहरीला धुंआ उड़ा रहे हैं जोकि बेहद चिंताजनक है। ग्लोबल यूथ टोबेको सर्वे 2021 के अनुसार 7 प्रतिशत लड़के जो शिक्षण संस्थानों में जाते है वे इसके आदि हो रहे हैं। वहीं चबाने वाले तंबाकू की औसत आयु 7.6 वर्ष है।
कैंसर के होते है कई प्रकार
लोगों को कैंसर कई तरह से अपनी गिरफ्त में ले सकता है। लेकिन सबसे आम स्किन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, लंग कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, ब्लैडर कैंसर, मेलानोमा, लिम्फोमा, किडनी कैंसर हैं। भारत में प्रमुख तीन तरह के कैंसर सर्वाधिक देखने को मिलते हैं जिनमें मुंह, बच्चेदानी और स्तन कैंसर प्रमुख हैं।
कैंसर के लक्षण
वजन का अचानक कम होना
हद से कमजोरी महसूस होना
कफ और सीने में दर्द
पीरियड्स में तकलीफ
थकान अधिक होना
शरीर में गांठ बनना
कूल्हे या पेट में दर्द
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इन उपायों से कैंसर को रखा जा सकता है दूर
मद्यपान व सिगरेट का सेवन कम करें। इनके अधिक सेवन से फेफड़ों, सिर व गले का कैंसर हो सकता है।
नियमित तौर पर स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम जरूर करें।
तली-भुनी, ज्यादा मसालेदार और वसायुक्त भोजन के सेवन से परहेज करें। इनकी अधिकता से ब्रेस्ट व प्रोस्ट्रेट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
गर्मियों के मौसम में ज्यादा से ज्यादा धूप में जाने से बचें। वरना स्किन कैंसर की समस्या हो सकती है।
चीनी का सेवन कम करें। महिलाओं में कोलारेक्टल कैंसर की संभावना अधिक चीनी के सेवन के चलते ही होती है।
गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन भी कम से कम करें। इनके ज्यादा सेवन से महिलाओं में स्तन कैंसर और लीवर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही हार्ट अटैक की संभावना बनने लगती है।
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