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World Cancer Day 2023: भारत में दुनिया के 20 फीसदी कैंसर मरीज, डॉक्टरों ने दी ये चेतावनी

नई दिल्लीः दुनिया भर में कैंसर जैसे खतरनाक बीमारियों को लेकर चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। कैंसर के बारे में लोगों को जागरूक व शिक्षित करने के उद्देश्य से हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) मनाया जाता है। पहली बार अंतरराष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ ने 1933 में जेनेवा में विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) मनाया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक दुनिया के 20 प्रतिशत कैंसर मरीज भारत में हैं। कैंसर के मामले में भारत दुनियाभर में तीसरे स्थान पर आता है।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज इन्फॉर्मेटिक्स एंड रिसर्च (NCDIR) के शोध के मुताबिक भारत में प्रति 9 में से 1 शख्स को कैंसर होने का खतरा होता है। WHO के अनुसार दुनियाभर के 20 फीसदी कैंसर मरीज भारत से ही आते हैं। इस खतरनाक बीमारी से हर वर्ष 75,000 हजार लोगों की मौत हो जाती है। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट की माने तो साल 2020 में चीन और अमेरिका के बाद भारत कैंसर के मामलों में तीसरे स्थान रहा।

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वहीं 2021 में इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कैंसर पीड़ितों की संख्या 26.7 मिलियन थी, इसके हिसाब से आने वाले 2025 तक कैंसर मरीजों की संख्या 29.8 मिलियन रहने का अनुमान है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने पिछले साल सदन में यह जानकारी दी थी। 2020 में 13,92,179 और 2021 में 14,26447 लोग कैंसर से पीड़ित बताए गए थे।

इतना ही नहीं ICMR-NCDIR के एक शोध के मुताबिक भारत में महिलाओं में जहां ब्रेस्ट या स्तन कैंसर के सबसे अधिक मामले सामने आते हैं, जबकि पुरुषों में लंग या फेफड़ों का कैंसर के मामले सबसे अधिक पाए जाते हैं। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में महिलाओं में स्तन, फेफड़े,त्वचा,सर्वाइकल, कोलोरेक्टल, डिम्बग्रंथि और एंडोमेट्रियल के कैंसर मामले ज्यादा सामने आए हैं।

पिछले वर्षों में इस बीमारी के मामले सबसे ज्यादा उत्तर भारत में पाए गए। इनमें प्रति 100,000 व्यक्ति पर 2,408 रोगी और उत्तर-पूर्व में प्रति 100,000 व्यक्ति पर 2,177 रोगियों के मामले सामने आए। पिछ्ले दिनों बेंगलुरु की रहने वाली 46 वर्षीय हंसा से कैंसर ने छह ऑर्गन छीन लिए। कैंसर के ऑपरेशन के बाद गर्भाशय,फैलोपियन ट्यूब, कोलन, अंडाशय,अपेंडिक्स, गॉल ब्लैडर, लिवर के हिस्से को सर्जरी से हटाना पड़ा। उस वक्त उन्हें एडवांस्ड कोलोरेक्टल कैंसर का पता चला था, उनका कैंसर चौथे स्टेज पर था। डॉक्टर ने उन्हें बताया कि बीमारी बड़ी आंत से अंडाशय, पेरिटोनियम और यकृत तक तेजी से फैल रही है। हालांकि बीमारी उनके जीने की इच्छा को कम नहीं कर सकी और वो अब सामान्य जिंदगी जी रहीं हैं।

इसी को लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत देशभर में अब तक 4.07 करोड़ महिलाओं ने स्तन कैंसर को लेकर जांच कराई है। इसके अलावा 3.16 करोड़ अन्य महिलाओं ने गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइकल) कैंसर को लेकर जांच कराई है। देश में कैंसर के इलाज के मद्देनजर पर्याप्त संख्या में महिला विशेषज्ञ मौजूद हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत महिला लाभार्थियों की भारी संख्या से पता चलता है कि दवा और स्वास्थ्य सेवा में महिलाओं की भूमिका को बढ़ाना लाभदायक है।

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