World Arthritis Day: डॉक्टरों ने साझा किए अनुभव, बताया कैसे संभव है इलाज

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लखनऊ: राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय लखनऊ स्थित आयुर्वेद गठिया उपचार एवं उन्नत शोध केन्द्र ने आज विश्व गठिया दिवस के अवसर पर एक विशाल गठिया उपचार शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में जिले के कई स्थानों से आए लगभग 250 गठिया रोगियों को निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श एवं दवाएँ प्रदान की गईं। साथ ही लगभग 150 मरीजों की मुफ्त बीएमडी जांच भी करायी गयी। शिविर में 10 से अधिक आयुर्वेदिक दवा निर्माताओं ने भी भाग लिया और उन्होंने रोगियों को परामर्श के बाद मुफ्त दवाएँ प्रदान कीं।

इस अवसर पर आर्थराइटिस रिसर्च सेंटर की स्थापना के दो वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में दूसरा स्थापना दिवस समारोह भी आयोजित किया गया। स्थापना दिवस समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ के गठिया विभाग के पूर्व प्रमुख और देश के प्रसिद्ध रुमेटोलॉजिस्ट प्रोफेसर सिद्धार्थ दास ने कहा कि अभी भी कई वैज्ञानिक पहलुओं पर काम किया जाना बाकी है। गठिया के संबंध में अभी भी ऐसी कई बातें हैं जिनके बारे में वैज्ञानिक नहीं जानते। ऐसे में हर चिकित्सा प्रणाली जो मरीजों को उनकी बीमारी के इलाज में मदद कर रही है, भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। दास ने पिछले दो वर्षों में गठिया केंद्र की उपलब्धियों की सराहना की और विश्वास जताया कि भविष्य में यह केंद्र गठिया के वैकल्पिक उपचार के क्षेत्र में एक विश्वसनीय केंद्र के रूप में अपनी जगह बनाएगा।

इस अवसर पर आर्थराइटिस सेंटर के संस्थापक निदेशक प्रो. संजीव रस्तोगी ने पिछले दो वर्षों में आर्थराइटिस सेंटर की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और सेंटर द्वारा संचालित नई योजनाओं की जानकारी दी। प्रोफेसर संजीव रस्तोगी ने पिछले दो वर्षों में आर्थराइटिस सेंटर की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि दो साल की अल्प अवधि में इस सेंटर ने आर्थराइटिस मरीजों के इलाज के क्षेत्र में विशेष स्थान बनाया है। इस केंद्र में अब तक 6000 से अधिक गठिया रोगियों का इलाज किया जा चुका है। पिछले दो वर्षों में केंद्र द्वारा प्रतिष्ठित वैज्ञानिक पत्रिकाओं में 10 से अधिक शोध पत्र भी प्रकाशित किये गये हैं। डॉ. रस्तोगी ने बताया कि वे आयुर्वेद के क्षेत्र में गठिया रोग पर समग्र चिकित्सा एवं अनुसंधान की दृष्टि से कार्य कर रहे हैं।

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स्थापना दिवस समारोह में राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, लखनऊ के प्राचार्य प्रो. माखन लाल, प्रो. अंजना द्विवेदी, डॉ. गुरुमीत राम, डॉ. विनोद सिंह, डॉ. अनंत कृष्ण सहित कई विभागीय सदस्य, चिकित्सा अधिकारी, शोध छात्र एवं प्रशिक्षु उपस्थित रहे।

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