लखनऊः वीमेन पावर लाइन 1090 महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है, क्योंकि यहां पर दर्ज की जाने वाली शिकायतों का त्वरित निस्तारण हो रहा है। आंकड़ों की बात करें बीते साल 2022 में 30 नवम्बर तक यहां कुल 3,50,090 शिकायतें प्राप्त हुई, जिसमें अभी तक 3,37,098 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है। इस तरह अब तक लगभग 95 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है। शेष शिकायतें शीघ्र निस्तारण की प्रक्रिया में है।
1090 में दर्ज 6,021 शिकायतों में एफएफआर में फैमिली फ्रेंडस रिलेटिव से काउंसलिंग कर पीड़िताओं को राहत पहुंचाई गई। हार्ड केसेज से सम्बंधित शिकायत को थाने में रिपोर्ट भेजकर कर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज हुए जून 2020 से अब तक 1090 की विशेष टीम (हार्ड केस क्रैकिंग टीम) द्वारा 16 अभियुक्तों के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए 643 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है। पारिवारिक विवाद के प्रकरणों में वीमेन पावर लाइन द्वारा आॅनलाइन फैमिली काउंसलिंग सेवा का आरम्भ 17 अक्टूबर 2020 से शुरू किया गया, जिसमें उक्त अवधि में 4,377 प्रकरणों में काउंसलिंग मनोचिकित्सकों व काउंसलर्स के माध्यम से कराई गई है। वर्ष 2022 में थानों पर प्रचलित महिला बीट व्यवस्था को और प्रभावी बनाया गया, जिसके अन्तर्गत महिला बीट पुलिस अधिकारियों का प्रशिक्षण, गांव में महिला बीट पुलिस अधिकारियों द्वारा चैपाल लगाकर महिलाओं को सरकारी योजनाओं सुरक्षा के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
लखनऊ सेफ सिटी परियोजना के अन्तर्गत प्रोजेक्ट्स का कियान्वयन
- भारत सरकार द्वारा अनुमोदित धनराशि रूप्ए 194.44 करोड़ है।
- प्रोजेक्ट पिंक पेट्रोल पूर्णतः क्रियान्वित है, जिसमें 100 पिंक स्कूटी व 10 पिंक एसयूवी की व्यवस्था है। सभी 100 पिंक बूथ निर्मित हो चुके हैं और क्रियाशील हैं।
- कुल 74 पिंक टायलेट्स में से 65 निर्मित हो चुके हैं।
- लाइटिंग आॅफ डार्क स्पाॅट से सम्बंधित प्रोजेक्ट पूर्ण हो चुका है, जिसके अंतर्गत 2,060 पोल्स व मास्ट एवं 3,625 एलईडी लाइट्स व रिफलेक्टर लगाए गए हैं।
- आशा ज्योति केंद्र सम्बंधी प्रोजेक्ट्स के अंतर्गत उपकरण वाहन, कम्प्यूटर इत्यादि क्रय कर लिए गए हैं। भवन निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है।
- इन्टीग्रेटेड स्मार्ट कंट्रोल रूम तथा सेफ्टी मेजर्स इन सिटी बसेज सम्बंधी प्रोजेक्ट्स का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
- मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन द्वारा जन जागरूकता हेतु होर्डिंग्स, एलईडी वैन्स लघु फिल्मों, एफएम रेडियो आदि के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया।
रिपोर्ट-पवन सिंह चौहान
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