Jhansi News: महिलाओं को मिल रहा रोजगार, प्लांट में काम कर सुधरे आर्थिक हालात

24
jhansi-news

Jhansi News: केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार लगातार महिलाओं को रोजगार देने के लिए कदम उठा रही है। इस बीच यूपी के झांसी में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत एक प्लांट लगाया गया है। इस प्लांट के माध्यम से महिलाओं को रोजगार मिल रहा है जिससे उनके हालात सुधर रहे हैं।

उज्जवल प्रेरणा महिला लघु उद्योग समिति ने दिया महिलाओं को रोजगार 

दरअसल, झांसी के ग्राम पंचायत घुघुवा विकास खण्ड बड़ागांव में ग्रीन एनर्जी द्वारा संचालित उज्जवल प्रेरणा महिला लघु उद्योग समिति की तरफ से सरसों के तेल के उत्पादन किया जा रहा है। इस प्लांट की सबसे खास बात है कि, ये प्लांट सौर ऊर्जा से संचालित होता है।

इस सरसों तेल के प्लांट में मिली कल्पना ने बताया कि, उनके समूह का नाम जेवल खण्डी महाराज है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि, “वे इस समूह से पिछले कई सालों से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने पापड़ बनाने से इसकी शुरुआत की थी। लेकिन जब समूह को प्रशासन की ओर से बताया गया कि एक सरसों की पिराई का प्लांट लगया जा रहा है जिसमें रोजगार की संभावनाएं हैं। तो महिलाओं ने प्लांट में काम करने के लिए हामी भर दी। जिसके बाद समूह की तरफ से महिला को डेढ़ लाख रुपए दिए गए। इसमें से हर महिला ने प्लांट में 40 हजार रुपए का अपना सहयोग दिया।

प्लांट में काम करने वाली महिलाओं ने दी जानकारी 

वहीं, प्लांट में काम करने वाली मुन्नी झा ने बताया कि समूह से जुड़ने के बाद उनके परिवार की आमदनी बढ़ी है। वो यहां काम कर हर महीने पांच से सात हजार रुपए कमा लेती हैं।

अंगूरी देवी ने बताया कि, वह पूरे प्लांट का लेखा-जोखा रखती हैं। जब सीजन ऑफ होता है तो वो राई खरीद कर पहले से ही रख लेती हैं। उसके बाद पूरे साल पिराई करती हैं। जो लोग खुद सरसों की पिराई करवाने आते है। तो उनसे पिराई का पैसा नहीं लिया जाता है।

ये भी पढ़ें: Joshimath Landslide : जोशीमठ में भूस्खलन ने बढ़ाई लोगों की परेशानी, डर के साये में जी रहे लोग

Jhansi News 

पार्वती बताती हैं कि, उनको समूह की ओर से दोना-पत्तल की मशीन पर काम करने की जिम्मेदारी मिली है। कहती हैं, “शादी के सीजन में दोना-पत्तल की डिमांड काफी बढ़ जाती है। ये काम करने से उनको काफी लाभ हो रहा है और परिवार की आजीविका भी बढ़ रही है। साथ ही घर की आर्थिक स्थिति भी पहले से कहीं बेहतर हो गई है। नतीजतन इस वजह से बच्चों को अच्छे स्कूलों में पढ़ा पा रही हैं।”

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)