लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा का तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र बुधवार से शुरू हो रहा है। साल 2022 के चुनावों से पहले यह आखिरी सत्र होगा। सत्र के दौरान, राज्य सरकार अगले वित्त वर्ष 2022-23 के पहले चार महीनों के लिए वोट ऑन अकाउंट को मंजूरी दे सकती है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सरकार वित्त वर्ष 2021-22 के दूसरे सप्लिमेंटरी बजट के लिए वित्त विधेयक भी लाएगी। दूसरा सप्लिमेंटरी 31 मार्च, 2022 को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष की शेष अंतिम तिमाही के लिए सरकार के बजटीय व्यय को वित्तपोषित करने के लिए लाया जा रहा है। सप्लिमेंटरी बजट में गंगा एक्सप्रेसवे के सत्र और निर्माण के दौरान सरकार द्वारा घोषित की जाने वाली कई प्रसिद्ध योजनाओं को शामिल किया जाएगा।
सत्र से पहले बुधवार सुबह सर्वदलीय बैठक बुलाई गयी है। आम तौर पर यह बैठक सत्र आरम्भ होने से एक दिन पहले की जाती रही है। वाराणसी में प्रधानमंत्री के दौरे की वजह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री, समेत महत्वपूर्ण मंत्री भी काशी में ही हैं। लिहाजा यह बैठक बुधवार को रखी गयी है। विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार इस सत्र में पूर्ण बजट लाने के बजाए चार महीने का लेखानुदान पास कराएगी। 17वीं विधानसभा का शायद यह आखिरी सत्र होगा। इसलिए सरकार इस अंतिम सत्र में प्रदेश के लिए कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कर सकती है। उम्मीद यह भी जताई जा रही है कि योगी सरकार इस सत्र में साल का दूसरा अनुपूरक बजट भी ला सकती है। सरकार की पूरी कोशिश है ज्यादा से ज्यादा परियोजनाएं इसी कार्यकाल में पूरी हो जाएं। जिन परियोजनाओं के लिए बजट की कमी पड़ रही है, उनके लिए अनुपूरक बजट में धन की व्यवस्था की जा सकती है। इसीलिए अनुपूरक बजट का अनुमान लगाया जा रहा है।
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दूसरी तरफ विपक्ष योगी सरकार के इस अंतिम सत्र में हंगामा करने की फिराक में है। विपक्ष योगी सरकार को सदन में घेरने को तैयार बैठा है। पिछले सत्र में भी विपक्षी दलों सपा, बसपा और कांग्रेस ने योगी सरकार के कामकाज पर सवाल खड़ाकर हंगामा किया था। विधानसभा से मिली जानकारी के मुताबिक सर्वदलीय बैठक बुधवार की सुबह 10 बजे होगी। इस बैठक में विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नेता विरोधी दल राम गोविंद चौधरी, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना के अलावा बसपा, कांग्रेस, सुहेलदेव समाज पार्टी, अपना दल(एस) जैसे दलों के नेता भी मौजूद रहेंगे।
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