Chhath Puja, Suchita Jha: आस्था का महापर्व छठ पूजा हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। अब यह पर्व सिर्फ उत्तर प्रदेश और बिहार तक सीमित नहीं रहा, देश के हर हिस्से में मनाया जाता है। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व की गूंज आज विदेशों में भी सुनाई देती है। विदेशों में रहने वाले भारतीय मूल के लोग भी हर साल छठ पूजा मनाते हैं।
छठ पूजा की विधि समझने आई थी भारत
इसी कड़ी में अमेरिका में रहने वाली सुचिता झा भी इस साल अपने परिवार के साथ छठ पूजा मनाएंगी। पहले उन्हें छठ पूजा के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। पूजा की विधि समझने के लिए वे अपने परिवार के साथ बिहार आई हैं। यहां अपने ससुराल और मायके से उन्हें छठ पूजा का महत्व समझ में आया है। सुचिता झा ने बताया कि वे 15 साल से अमेरिका में रह रही हैं। अमेरिका में दूसरे लोग भी छठ पूजा मनाते हैं।
बिहार में व्रत रखने की ली ट्रेनिंग
उन्होंने कहा, “बिहार में हमारे लिए इससे बड़ा कोई त्योहार नहीं है। मैं इस बार अमेरिका में भी छठ पूजा मनाऊंगी। इसीलिए मैं अमेरिका से बिहार आई हूं। मैंने यहां व्रत रखने की ट्रेनिंग ली है।” सुचिता के पिता सतीश कुमार झा ने बताया कि सुचिता 15 साल से अमेरिका में रह रही है। वह यहां आस्था के महापर्व को मनाने आई है, ताकि यहां के अपने बुजुर्गों से इस पर्व के बारे में समझ सके। परिवार की अन्य महिलाओं ने बताया कि हमने सुचिता को छठ पूजा मनाने के लिए जरूरी सामान दिया है। हमें खुशी है कि हमारी बेटी अमेरिका में छठ पूजा मनाएगी।
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परिवार ने सुचिता को बताया का पर्व का महत्व
परिवार के सदस्यों ने सुचिता को बताया है कि चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। पहले दिन नहाय-खाय से इस पर्व की शुरुआत होती है। दूसरे दिन खरना होता है, तीसरे दिन डूबते सूर्य की पूजा की जाती है। पूजा के आखिरी दिन छठ घाट पर उगते सूर्य की पूजा की जाती है। अमेरिका लौटने से पहले सुचिता ने अपने परिवार से मैथिली भाषा में कई छठ गीत भी सीखे।