Sunday, March 30, 2025
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विजयादशमी पर तय हुई समय, इस दिन बंद होंगे श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट

गोपेश्वरः हिंदुओं की आस्था के Shri Badrinath Dham के कपाट 17 नवंबर को रात्रि 9:07 बजे मिथुन लग्न में शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। बुधवार 13 नवंबर से पंच पूजा शुरू हो जाएगी। शनिवार को विजयादशमी के अवसर पर श्री बदरीनाथ धाम मंदिर परिसर में पंचांग गणना के बाद श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि समारोहपूर्वक तय की गई। कपाट बंद होने की तिथि तय करने का कार्यक्रम दोपहर 11:30 बजे शुरू हुआ।

इस तरह बंद किए जाएंगे कपाट

श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि घोषित करने के कार्यक्रम के अवसर पर रावल अमरनाथ नंबूदरी, श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के उपाध्यक्ष किशोर पवार व सदस्यों, मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी व बामणी, पांडुकेश्वर व माणा के हक-हकूकधारियों व तीर्थ पुरोहितों, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रविंद्र भट्ट की मौजूदगी में पंचांग गणना के अनुसार कपाट बंद होने की तिथि तय की गई। इस अवसर पर देव डोलियों को योग बद्री पांडुकेश्वर एवं श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ के लिए प्रस्थान का कार्यक्रम भी तय किया गया। साथ ही यात्रा वर्ष 2025 की भंडार व्यवस्था के लिए सम्मान स्वरूप पगड़ी भेंट की गई।

भंडारी तोक से कुंदन सिंह भंडारी, कामड़ी थोक से अनुपम पंवार, मेहता थोक से यशवंत मेहता एवं सोबित मेहता को पगड़ी भेंट की गई। कपाट बंद होने से पूर्व होने वाली पंच पूजाओं के अंतर्गत पहले दिन 13 नवंबर सोमवार को गणेश पूजा की जाएगी तथा शाम को गणेश के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। 14 को आदि केदारेश्वर मंदिर के कपाट बंद होंगे, 15 को खड़क पुस्तक वाचन एवं वेद ऋचाओं का वाचन बंद होगा, 16 नवंबर शनिवार को माता लक्ष्मी जी को कढ़ाई भोग लगाया जाएगा, 17 नवंबर को शाम सात बजे के बाद कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू होगी। रावल स्त्री का रूप धारण कर माता लक्ष्मी को परिसर स्थित मंदिर से श्री बदरीनाथ मंदिर के गर्भगृह में विराजमान करेंगे।

9 बजकर 07 मिनट पर बंद होंगे कपाट

इससे पूर्व श्री उद्धव जी व कुबेर जी मंदिर गर्भगृह से बाहर परिसर में आएंगे। इसके साथ ही रात्रि 9:07 बजे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। इसी दिन श्री कुबेर जी रात्रि प्रवास के लिए बामणी गांव पहुंचेंगे और श्री उद्धव जी रावल निवास आएंगे। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि शीतकालीन पूजा स्थल देव डोलियों के प्रस्थान के तहत सोमवार 18 नवंबर को श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी सहित रावल अमरनाथ नंबूदरी व आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी रात्रि प्रवास के लिए योग बदरी पांडुकेश्वर पहुंचेगी।

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श्री उद्धव जी व श्री कुबेर जी शीतकाल के दौरान पांडुकेश्वर में ही रहेंगे, जबकि आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी मंगलवार 19 नवंबर को श्री नृसिंह मंदिर परिसर में विराजमान होगी। इस प्रकार इस वर्ष की श्री बद्रीनाथ धाम यात्रा भी संपन्न हो जाएगी। इस अवसर पर बीकेटीसीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्य भास्कर डिमरी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी, ईओ नगर पंचायत सुनील पुरोहित आदि मौजूद रहे।

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