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एक्सप्रेसवे पर दौड़ेगा यूपी के विकास का पहिया


लखनऊः देश में सर्वाधिक एयरपोर्ट वाला प्रदेश बनने वाले यूपी में एक्सप्रेसवे (expressway) की बनने की रफ्तार भी काफी तेज है। उत्तर प्रदेश को अब अगर एक्सप्रेसवे प्रदेश कहें तो कुछ गलत नहीं होगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर पूर्वी छोर तक को जोड़ने के लिए सूबे में एक्सप्रेसवे (expressway) का ऐसा जाल बिछ चुका है कि जिन इलाकों में जाने में कभी 20 घंटे लगते थेए अब वो कुछ घंटों की दूरी पर रह गए हैं। प्रदेश की योगी सरकार ने अपने कार्यकाल में चार एक्सप्रेसवे का निर्माण कराकर यूपी को विकास के पथ पर तेजी से दौड़ाया है। इन चार एक्सप्रेसवे में प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे भी शामिल है। इन एक्सप्रेसवे से योगी सरकार ने राज्य के कई जिलों को आपस में जोड़ने का कार्य किया है।

वहीं प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बने ये एक्सप्रेसवे (expressway) राज्य से दूसरे राज्यों तक के सफर को काफी आसान बनाएंगे। सरकार ने जिन चार एक्सप्रेसवे का निर्माण किया हैए उनमें पूर्वांचल एक्सप्रेसवेए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे शामिल हैं। इनमें पूर्वांचल एक्सप्रेसवे शुरू हो चुका हैए वहीं बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को 31 दिसंबर से शुरू किया जा सकता है। जबकि गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 18 दिसंबर को किया जा चुका है। इसके अलावा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का काम भी तेजी से चल रहा है।

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट था। इसलिए इसे जल्द से जल्द बनवाने में सीएम योगी ने कोई कसर नहीं छोड़ी। यही कारण रहा कि शीघ्र तैयार हुए इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों द्वारा 16 नवंबर को सुल्तानपुर से किया गया। 22,494.66 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ 340.82 किमी लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे सूबे का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे है। यह लखनऊ के चांदसराय से शुरू होकर गाजीपुर के हैदरिया गांव में जाकर खत्‍म होगा। इस एक्सप्रेसवे से प्रदेश के लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुलतानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर समेत 9 जिले जुड़ेंगे।

इस एक्सप्रेसवे की नींव जुलाई 2018 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ही रखी गई थी, जिसके बाद ये एक्सप्रेसवे सिर्फ 40 महीनों में बनकर तैयार हो गया। इससे यूपी.बिहार बॉर्डर तक की दूरी दिल्ली से महज 10 घंटे की रह जाएगी। इस एक्सप्रेसवे से बिहार बॉर्डर 18 किलोमीटर है। यह 6 लेन का एक्सप्रेसवे हैए जिसे 8 लेन किया जा सकता है। इसमें 18 फ्लाईओवरए 7 रेलवे ओवरब्रिजए 6 टोलए 5 रैंप प्लाजा 271 अंडरपास बनाए गए हैं। साथ ही आगरा एक्सप्रेसवे की तरह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर भी 3ण्2 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी बनाई गई है।

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे

29 फरवरी 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की आधारशिला रखी थीए अब इस एक्सप्रेसवे का लगभग पूरा काम हो चुका है और इसे 31 दिसंबर से शुरू भी किया जा सकता है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे चित्रकूट से शुरू होकर बांदा, हमीरपुर, महोबा, औरैया, जालौन और इटावा में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में कुल 4 रेलवे ओवर ब्रिज, 14 लंबे पुल, 6 टोल प्लाजा, 7 रैम्प प्लाजा, 266 छोटे पुलए 18 फ्लाई ओवर बनाए गए हैं। 14,849.09 करोड़ की लागत से बनने वाला यह एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड क्षेत्र को सड़क मार्ग के जरिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जोड़ेगा। यह 4 लेन का एक्सप्रेसवे होगाए जिसे बढ़ाकर 6 लेन किया जा सकता है।

गंगा एक्सप्रेसवे

18 दिसंबर को शाहजहांपुर में प्रधानमंत्री मोदी ने यूपी के सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया। मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाला गंगा एक्सप्रेसवे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को छोड़ते हुए राज्य का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा। 594 किलोमीटर लंबे छह लेन वाले इस एक्सप्रेसवे से पूर्वी और पश्चिमी यूपी की दिल्ली.एनसीआर से बेहतर कनेक्टिविटी का रास्ता खुलेगा। गंगा एक्सप्रेसवे के दिसंबर 2024 तक बनकर तैयार होने का अनुमान है। ये प्रदेश के मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज जैसे 12 जिलों से होकर गुजरेगा।

इस एक्सप्रेसवे की अनुमानित लागत 36ए230 करोड़ रुपये है। इसमें 7 ओवरब्रिज, 17 इंटरचेंज रोड, 14 बड़े पुलए 126 छोटे पुलए 28 फ्लाईओवर, 50 वाहन अंडरपास और 946 पुलिया होंगी। गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण अडानी इंटरप्राइजेज और आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्टर डेवलपर्स करेंगे। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की तरह ही गंगा एक्सप्रेसवे में भी आपातकालीन स्थिति में एयरफोर्स के विमानों की लैंडिंग के लिए शाहजहांपुर के पास एक 35 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी बनाई का निर्माण किया जाएगा। गंगा एक्सप्रेस.वे पर एयरफोर्स के फाइटर प्लेन की आपातकालीन लैंडिंग के लिए एयर स्ट्रिप के साथ ही उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन जाएगाए जिसके चार एक्सप्रेसवे पर ऐसी सुविधा उपलब्ध होगी।

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (expressway) से गोरखपुर को जोड़ने के लिए योगी सरकार गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही हैए जिसके मार्च.अप्रैल 2022 तक बनकर तैयार हो जाने की संभावना है। गोरखपुर से आजमगढ़ तक बनाए जाने वाले इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 92 किलोमीटर है। यह एक्सप्रेसवे गोरखपुरए अंबेडकरनगरए संतकबीरनगर और आजमगढ़ समेत 4 जिलों से होकर गुजरेगा। इसके निर्माण में 58.77 करोड़ रुपए का खर्च अनुमानित है। यह 4 लेन एक्सप्रेसवे होगाए जिसे 6 लेन तक बढ़ाया जा सकता है। इसमें कई अंडरपास के अलावा 7 फ्लाईओवर, 3 रैंप प्लाजाए 2 टोल होंगे। यह आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिल जाएगा। एक्सप्रेसवे के साथ.साथ कई इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग और मेडिकल इंस्टिट्यूट भी प्रस्तावित हैं।

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