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आखिर क्या है NATO DATING? क्यों बढ़ रहा युवाओं में इसका क्रेज, जानें इसके बारे में

NATO DATING: आज के समय में डेटिंग एक आम बात है, ये कहा जा सकता है कि नई जनरेशन डेटिंग को ज्यादा महत्व देती है। डेटिंग के जरिए कई बार लोगों को उनका मनपसंद पार्टनर मिल जाता है तो कई बार ऐसा नहीं होता है। वहीं आज के समय में डेटिंग की अपनी अलग अलग पसंद है। आज के समय में अलग अलग तरह की डेटिंग होती है। नई डेटिंग में 'NATO डेटिंग' का चलन अब ज्यादा बढ़ता जा रहा है। अगर NATO डेटिंग को आसान शब्दों में समझा जाए तो लोग केवल अनुभव के लिए डेट करते हैं परिणाम की चिंता किए बगैर। आज हम आपको अपने इस लेख में बताने जा रहे हैं, 'NATO डेटिंग' के बारें में।

क्या है NATO DATING

NATO डेटिंग के लिए ऐसा कहा जाता है कि इसमें लोग एक दूसरे से कुछ भी उम्मीद नहीं रखते हैं और डेट करते हैं। ये डेटिंग लोगों को सिर्फ वर्तमान में जीना सीखाता है। इसमे भविष्य की चिंता नहीं होती है। कई बार ऐसा होता है कि रिश्ते की शुरूआत में ही कपल कमिटमेंट कर देते है। ऐसे में जब उनका रिश्ता अच्छा नहीं चलता तो उनके लिए इससे निकलना बेहद कठिन हो जाता है। लेकिन NATO डेटिंग में ​लोग सिर्फ आज में जीना पसंद करते हैं। इसका फायद ये होता है कि इससे कपल अपने रिश्तों में और ज्यादा फ्री फील करते हैं। NATO डेटिंग में कपल अनुभव के लिए रिश्ते में आते हैं। जिसके बाद उनको ये समझना आसान हो जाता है कि, उनको अपने फ्यूचर पार्टनर में क्या चाहिए। Relationship Advice: अपने साथी से कभी शेयर न करें ये सीक्रेट बातें, वरना रिश्ते में आएगी दरार

NATO DATING के नकारात्मक प्रभाव

हालांकि NATO डेटिंग के नकारात्मक प्रभाव भी पड़ते हैं, इस डेटिंग में आने के बाद कई बार लोगों को पार्टनर से दूर होना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा कई बार ​इस डेटिंग के दौरान दोनों को एक दूसरे की आदत हो जाती है। यही वजह है कि कई बार लोग अपने रिश्ते को लेकर कंफ्यूज भी हो जाते है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)