Bengal: बंगाल में बर्खास्त किए गए 36 हजार शिक्षक, मंत्री की बेटी सहित कई नेताओं के नाम शामिल

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कोलकाताः पश्चिम बंगाल में एक चौकाने वाला मामसा सामने आया है। यहां कैबिनेट मंत्री की बेटी और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की शिक्षक के रूप में सेवाएं 12 मई को कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर समाप्त कर दी गई हैं। जिनका नाम 36 हजार प्राथमिक शिक्षकों की सूची में शामिल है। बर्खास्त 36 हजार शिक्षकों में मालबाजार से तृणमूल कांग्रेस विधायक और पिछड़ा वर्ग विकास राज्य मंत्री बुलू चिक बरैक की बेटी सुषमा चिक बरैक का नाम है। वह 2016 से रंगमती प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत हैं।

कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर मंत्री खुद कोई टिप्पणी करने को तैयार नहीं हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि उनकी बेटी काफी सक्षम है और उसने दो बार पश्चिम बंगाल सिविल सेवा (डब्ल्यूबीसीएस) परीक्षा की लिखित परीक्षा भी पास की है। उन्होंने कहा, ‘जरूरत पड़ी तो मेरी बेटी फिर से शिक्षक की परीक्षा में शामिल होगी और अपनी काबिलियत साबित करेगी।’

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जलपाईगुड़ी में मैनागुरी पंचायत समिति के तृणमूल कांग्रेस सदस्य सिबम बसुनिया का नाम भी सूची में शामिल है। उनके मुताबिक जिन अन्य लोगों की सेवाएं भी समाप्त की जा चुकी हैं, उनसे चर्चा के आधार पर जरूरी कदम उठाए जाएंगे। इस लिस्ट में गीता दास राजबंशी का भी नाम शामिल है, जो तृणमूल कांग्रेस के नियंत्रित जलपाईगुड़ी जिला से परिषद हैं।

शुक्रवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय ने 2016 में भर्ती किए गए 42,500 प्राथमिक शिक्षकों में से 36,000 की सेवाएं समाप्त करने का आदेश दिया। न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय के अनुसार, इन 36,000 शिक्षकों में से किसी के पास भी प्राथमिक शिक्षक के रूप में भर्ती होने के लिए उचित प्रशिक्षण नहीं था और बिना भर्ती के भर्ती किया गया था। अनिवार्य योग्यता परीक्षा के लिए उपस्थित होना। हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि यदि कोई भी उम्मीदवार अंतरिम अवधि में अपेक्षित प्रशिक्षण पूरा कर लेता है, तो वह भर्ती के अगले चरण में परीक्षाओं में बैठने के लिए पात्र होगा।

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