नौ घंटे तक चली मैराथन पूछताछ, CBI दफ्तर से बाहर निकले अभिषेक बनर्जी ने भाजपा पर साधा निशाना

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Abhishek Banerjee appearance CBI office today

कोलकाताः पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी से शनिवार को साढ़े नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई। सीबीआई के नोटिस के मुताबिक, सुबह करीब 11 बजे वह सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित केंद्रीय एजेंसी के दफ्तर पहुंचे थे। इसके बाद रात करीब 8:45 बजे वह वहां से चले गए। इस मामले में पहले से ही गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस के निष्कासित नेता कुंतल घोष ने जिला न्यायाधीश और कोलकाता पुलिस को पत्र लिखकर दावा किया था कि केंद्रीय एजेंसी अभिषेक का नाम लेने के लिए उन पर दबाव बना रही थी। इस मामले में हाईकोर्ट के आदेशानुसार सीबीआई ने अभिषेक से पूछताछ की है।

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सीबीआई दफ्तार से बाहर आने के बाद उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी पर सीधे तौर पर तीखा हमला बोला। पशु तस्करी मामले में गिरफ्तार बीरभूम जिले के कद्दावर नेता अणुव्रत मंडल की बेटी सुकन्या मंडल का जिक्र करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि सुकन्या मंडल अपनी संपत्ति में 150 गुना वृद्धि के कारण जेल में है लेकिन अमित शाह के बेटे जय शाह की संपत्ति में 1500 गुना वृद्धि हुई है। क्या कोई उससे पूछेगा?

अभिषेक बनर्जी ने अपने दो महीने के जिले के जनसंपर्क दौरे को रोकने की साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि सीबीआई केवल इसलिए मुझे नोटिस भेज रही है ताकि मेरे जनसंपर्क दौरे को रोका जा सके। नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में बिचौलिए प्रसन्ना रॉय को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने बीजेपी नेता दिलीप घोष को नामजद किया है। तो घोष से पूछताछ क्यों नहीं की जा रही है? सीबीआई ने जिन अवैध नियुक्तियों के बारे में मुझसे पूछताछ की उनमें से अधिकतर मेदनीपुर और मुर्शिदाबाद के रहने वाले हैं। वहां पार्टी की ओर से किसकी जिम्मेदारी थी? उससे पूछताछ क्यों नहीं हो रही है?

अभिषेक ने कहा, “सीबीआई द्वारा पूछे गए ज्यादातर सवाल बेमतलब के थे. लेकिन सीबीआई ने मुझसे जो भी पूछा मैंने उसका जवाब दिया है।” उन्होंने कहा, “मैंने पहले ही कहा था कि अगर मेरे खिलाफ सबूत है तो उसे सार्वजनिक किया जाए. पूछताछ की कोई जरूरत नहीं है। अगर कहीं भ्रष्टाचार पाया गया तो मैं फांसी के फंदे पर जाउंगा। मेरा समय भी बर्बाद किया जा रहा है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है।” जांच चल रही है।”

उल्लेखनीय है कि कुंतल घोष ने जेल से पत्र लिखकर दावा किया था कि केंद्रीय एजेंसियां ​​उन पर अभिषेक बनर्जी को भ्रष्टाचार के मामले में नामजद करने का दबाव बना रही हैं। उसके एक दिन पहले अभिषेक बनर्जी ने कोलकाता के शहीद मीनार मैदान में जनसभा कर कहा था कि चिटफंड मामले में मेरा नाम लेने के लिए तृणमूल नेताओं पर दबाव बनाया गया था।

इसके बाद आरोप लगे कि केंद्रीय एजेंसियों को बदनाम करने के लिए इस तरह के राजनीतिक बयान दिए जा रहे हैं। इस मामले में हाई कोर्ट ने केंद्रीय एजेंसियों को अभिषेक बनर्जी और कुंतल से पूछताछ के आदेश दिए हैं। शुक्रवार को सीबीआई ने अभिषेक को नोटिस भेजकर आज शनिवार को हाजिर होने को कहा था। जब नोटिस मिला तब अभिषेक बांकुड़ा में जनसभा कर रहे थे लेकिन उसे बीच रास्ते में रोककर कोलकाता लौट आए और पूछताछ में शामिल हुए हैं।

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