मौसम की बेरुखी: पुरवा हवाओं से आम के फसलों को हो रहा नुकसान, किसानों ने की ये मांग

8
crops-are-getting-damaged-farmers-made-this-demand

अररिया: मौसम की बेरुखी से किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। पुरवा हवा और मौसम की बेरुखी से आम की फसलें खराब हो रही हैं। आम की फसलें खराब होकर बड़ी संख्या में पेड़ों से गिर रही हैं। आम की फसलों में झुलसा रोग लगने से आम की फसलें खराब हो रही हैं। फारबिसगंज प्रखंड क्षेत्र में कई आम के बगीचे हैं।

नुकसान से किसान परेशान

इन बगीचों के पेड़ों में आम की फसल पकने लगी है। इस बार फल का आकार भी काफी छोटा है लेकिन अधिकांश आम की फसलों पर कीटों का प्रकोप बढ़ने लगा है, जिससे इसके बेहतर उत्पादन को भारी नुकसान हो रहा है। प्रखंड के हलहलिया, सैफगंज, खवासपुर, गुदमी, खास हलहलिया आदि पंचायत के आम के बगीचे मालिकों ने बताया कि इस क्षेत्र में मुख्य रूप से कलमी आम पाए जाते हैं।

यह भी पढ़ें-Lucknow: राजधानी में फैल रही आम की खुशबू, लोगों के चेहरे पर आई मुस्कान

इन आमों में मुंबई, मालदह, कृष्ण भोग, सापेटा, कलकत्ता आदि प्रमुख हैं। दूर-दूर से व्यापारी आम के पेड़ लेकर यहां आते थे, लेकिन अब तक उनके बागों की नीलामी नहीं हो पाई है। साथ ही फसलों का उत्पादन भी प्रभावित हो रहा है। व्यापारियों द्वारा आम के बागों की खरीद न किए जाने से किसान परेशान हैं।

किसनों ने की अधिकारियों से ये मांग

इस समय फसलों को कीटों से सुरक्षा की जरूरत है। किसानों ने कृषि विभाग के अधिकारियों से आम को कीटों से बचाने के उपाय करने की मांग की है। उधर, कृषि विकास के अधिकारियों की मानें तो इन आमों की सुरक्षा के लिए इमिडाक्लोप्रिड 17.8 प्रतिशत एक एमएल एक लीटर पानी में, हेक्साकोनाजोल पांच प्रतिशत और प्लेनोफिक्स हार्मोन चार एमएल 10 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करने से आम को कीटों के हमले से बचाया जा सकता है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)