Wayanad landslide: केरल के वायनाड में हुए भीषण भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 165 तक पहुंच गई है। मलबे से अभी भी लोगों के शव निकल रहे हैं। कई लोग अभी भी मलबे में दबे हुए हैं। बताया जा रहा है कि 100 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं। वहीं, एनडीआरएफ के साथ सेना, वायुसेना और नौसेना के जवान बड़ी संख्या में राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।
बचाव दल क्षतिग्रस्त घरों तक पहुंच रहे हैं और लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। वायनाड जिले (Wayanad landslide:) में प्रकृति के कहर से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में वेल्लारीमाला, मुंडकायिल, चूरलामल और पोथुकालू शामिल हैं। इन इलाकों के स्थानीय लोग जो किसी तरह बच निकलने में कामयाब रहे, वे तबाही के खौफ से बुरी तरह टूट चुके हैं।
Wayanad landslide: देर रात तक चला बचाव अभियान
सेना, वायुसेना, नौसेना, एनडीआरएफ, पुलिस, अग्निशमन दल और स्थानीय लोगों की बचाव टीमें मंगलवार रात तक बचाव अभियान में जुटी रहीं और बुधवार सुबह फिर से बचाव कार्य शुरू किया। बचाव दल अब जीवित बचे लोगों की तलाश कर रहे हैं। मुंडकाईल में कुछ नष्ट हो चुके घरों के सामने चिंतित रिश्तेदार इंतजार कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि बचाव दल उनमें से कुछ को जीवित खोज लेंगे। प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान में बारिश अभी भी बाधा डाल रही है। पूरा इलाका कीचड़ और बड़े-छोटे पत्थरों से भरा हुआ है।
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Wayanad landslide: 500 से अधिक लोगों को निकाला गया
इस बीच, पुलिस ने बिना कोई कारण बताए लोगों को वायनाड जाने से रोक दिया है। प्रभावित स्थानों की ओर जाने वाली अधिकांश सड़कें भीड़भाड़ वाली हो रही हैं, जिससे बचाव वाहनों की आवाजाही बाधित हो रही है। बुधवार को बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए अधिक प्रशिक्षित लोगों को शामिल करके बचाव दलों को मजबूत किया जा रहा है। एनडीआरएफ और रक्षा बचाव दल मंगलवार देर रात तक प्रभावित क्षेत्रों में फंसे 500 से अधिक लोगों को निकालने में सफल रहे।