Maharashtra, मुंबईः महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में पिछले 10 दिनों से हो रही बारिश और राजाराम बांध से पानी छोड़े जाने के कारण शनिवार सुबह 9 बजे पंचगंगा नदी का जलस्तर 47 फीट 02 इंच तक पहुंच गया। यानी पंचगंगा नदी खतरे के निशान से 4 फीट 2 इंच ऊपर बह रही है। शुक्रवार रात 9 बजे नदी का जलस्तर 46 फीट 01 इंच था। इसके कारण कोल्हापुर के शाहुपुरी में कुंभार गली, वीनस कॉर्नर, कस्बा बावड़ा एमआईडीसी-शिरोली जैसे इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है।
चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश
खतरे को देखते हुए एनडीआरएफ की एक और टीम सुबह कोल्हापुर पहुंची और नावों की मदद से बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। नीति आयोग की बैठक में शामिल होने नई दिल्ली पहुंचे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कोल्हापुर में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए आवश्यकतानुसार हेलीकॉप्टर का उपयोग करने, भारतीय सेना की मदद लेने, बाढ़ प्रभावित लोगों को भोजन, पानी और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए हैं। कोल्हापुर जिले में पिछले 10 दिनों में औसतन 635.12 मिमी बारिश हुई है। इससे राजाराम बांध में भी पानी का भंडारण बढ़ गया है।
मूसलाधार बारिश के चलते 40 सड़कें बंद
इसके कारण बांध का पानी पंचगंगा नदी में छोड़ा जा रहा है। बांध क्षेत्र में हुई बारिश के कारण बांध में पानी का भंडारण तेजी से बढ़ा है। राधानगरी बांध लबालब भर गया है। पिछले दस दिनों में जिले में जुलाई की औसत बारिश से 113.9 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है। आम तौर पर जून महीने में 362.9 मिमी बारिश होती है। इस साल यह केवल 200.8 मिमी है। कोल्हापुर में इस साल 26 जुलाई तक 654.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
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इस तरह जून से अब तक कोल्हापुर में 91 फीसदी बारिश दर्ज की गई है। पिछले दस दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कोल्हापुर में 40 सड़कें बंद हैं, जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों से छह हजार से ज्यादा लोगों को हटाया गया है।
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