मुंबई: कोंकण में रिफाइनरी सर्वे का विरोध कर रहे पांच प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों में रिफाइनरी विरोधी संगठन के मुंबई अध्यक्ष वैभव कोलवंकर भी शामिल हैं। पुलिस ने बड़ी संख्या में महिला प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर उन्हें दूर ले जाकर छोड़ दिया।
विरोध प्रदर्शन में महिलाएं बड़ी संख्या में शामिल हैं। इसे देखते हुए कोंकण के बारसू और सोलगांव में तकरीबन दो हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इससे पूरा बारसू और सोलगांव पुलिस छावनी में बदल गया है।
दरअसल, कोंकण के नाणार इलाके में रिफाइनरी प्रोजेक्ट आने वाला था लेकिन नाणार के लोगों ने इसका कड़ा विरोध किया था। जिसके बाद सरकार ने अब बारसू और सोलगांव में रिफाइनरी प्रोजेक्ट लगाने का निर्णय लिया है। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रोजेक्ट के लिए जमीन देने की सरकार की तैयारियों का कड़ा विरोध शुरू कर दिया है। सरकार ने सोमवार से यहां जमीन का सर्वे करवाना शुरू कर दिया। अब तक स्थानीय जनता तीन बार बारसू रिफाइनरी का सर्वे बंद करवा चुकी है।
बारसू रिफाइनरी पर पक्ष-विपक्ष आमने-सामने
शिंदे समूह के मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि सरकार को पहले ग्रामीणों को विश्वास में लेना चाहिए। उनका कहना है कि इससे पहले एनरॉन प्रोजेक्ट को लेकर किसानों के मन में बागवानी, खेती की बर्बादी और मत्स्य पालन में नुकसान की आशंकाएं थीं जो आगे चलकर निर्मूल साबित हुई। इसलिए ग्रामीणों को समझाने की जरूरत है।
वहीं, उद्योगमंत्री उदय सामंत ने कहा कि किसानों को समझाने में सरकार सफल रही है। प्रोजेक्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन सफल नहीं हुआ है। उनका दावा है कि बहुत से किसान सर्वे में सहयोग कर रहे हैं। कुछ लोग सिर्फ राजनीति के लिए यहां रिफाइनरी का विरोध कर रहे हैं। यह प्रोजेक्ट कोंकण के हित में है इसलिए इसका विरोध नहीं किया जाना चाहिए।
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पुलिस की बंदूक के बल पर हो रहा सर्वे: संजय राउत
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने कहा कि सरकार बारसू में जलियांवाला बाग जैसा गोलीकांड करना चाहती है। लोगों को विश्वास में नहीं लिया जा रहा है और पुलिस की बंदूक के बल पर सर्वेक्षण करवाया जा रहा है। संजय राउत ने कहा कि इस मामले में जरूरत पड़ी तो उद्धव ठाकरे खुद बारसू जाएंगे।
जनता के साथ रहेगी शिवसेनाः अंबादास दानवे
विधान परिषद् के नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि सरकार को जनता की भावनाएं समझ कर लेना चाहिए। कोई भी प्रोजेक्ट जनता के लिए है, लेकिन जनता ही इसका विरोध कर रही है। स्पष्ट है कि जनता की भावनाओं के विरुद्ध यहां सर्वे कराया जा रहा है। अंबादास दानवे ने कहा कि शिवसेना जनता की भावनाओं के साथ रहेगी।
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