कानपुरः बिधनू विकास खण्ड के एक मतदान स्थल पर उस समय ग्रामीणों ने हंगामा काट दिया जब गांव में यह अफवाह उड़ गई कि पीठासीन अधिकारी एक उम्मीदवार के चुनाव चिन्ह पर मुहर लगाकर मतपत्र दे रहा है। इस अफवाह पर ग्रामीणों ने बूथ पर धावा बोल दिया और पीठासीन अधिकारी सहित अन्य कर्मचारियों की पिटाई कर मतपेटियों पर पानी डाल दिया। सूचना पर भारी फोर्स पहुंच गया और किसी तरह से स्थिति को संभाला गया।
पिरगवां ग्राम पंचायत में तीन मतदान केन्द्र बनाये गये हैं। इनमें दो अतिसंवेदनशील और एक संवेदनशील है।
अतिसंवेदनशील मतदान स्थल जूनियर हाईस्कूल पिपरगवां के बूथ नंबर 186 पर सुबह से मतदान शांतिपूर्वक चल रहा था, लेकिन दोपहर बाद ग्रामीणों के बीच यह अफवाह उड़ गई कि पीठासीन अधिकारी इमरान आलम अंसारी कार चुनाव चिन्ह पर मुहर लगाकर मतदाताओं को मतपत्र दे रहे हैं। इस पर शशि और ऊषा के समर्थक विनोद कुमार शुक्ला और संतोष सिंह भदौरिया ने बड़ी संख्या में लोगों के साथ बूथ नंबर 186 पर आ धमके। ग्रामीणों ने पीठासीन अधिकारी और मतदानकर्मी मुरारी सिंह, रामनयन कश्यप व देवेंद्र सिंह भदौरिया को जमकर पीटा। इसके साथ ही बूथ पर घुसकर ग्रामीणों ने मतपेटियों पर पानी डाल दिया।
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वहीं बगल वाले बूथ के मतदान कर्मचारियों ने दरवाजा बंद कर किसी तरह से अपने को सुरक्षित किया। बवाल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से ग्रामीणों को समझाया और पीठासीन अधिकारी इमरान आलम अंसारी ने दोबारा मतदान कराने की प्रक्रिया शुरु कर दी। सेक्टर मजिस्ट्रेट सूर्यकांत पाण्डेय ने बताया कि ग्रामीणों को भ्रम हो गया था और उसी के चलते बवाल हुआ है। पीठासीन अधिकारी पर लगाये गये आरोप निराधार है, पीठासीन अधिकारी ने बताया कि मतपत्रों में इंक लग गई थी जिसको कुछ लोग समझ नहीं पाये और भीड़ एकत्र हो गई।