भारी बारिश और बाढ़ से परेशान सब्जी कारोबारी, मंडी में देर से पहुंच रही सड़ी-गली सब्जियां

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नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में भारी बारिश और बाढ़ के की वजह से दिल्ली में फल व सब्जियां देरी से सड़ी-गली हालत में बाजार में पहुंच रही हैं। जिसे लेकर कारोबारी चिंतित हैं. एशिया की सबसे बड़ी आजादपुर मंडी में फलों और सब्जियों के दाम कम हो रहे हैं, लेकिन वहीं स्थानीय बाजारों में दाम कम नहीं हुए हैं।

आढ़तियों (कारोबारियों) का कहना है कि देर से डिलीवरी के कारण फल और सब्जियां सड़ी-गली हालत में आ रही हैं. इससे ग्राहकों की संख्या कम हो गयी है। कृषि उपज बाजार समिति (APMC) के मुताबिक, शुक्रवार सुबह 10 बजे तक आजादपुर मंडी में 1,400 वाहन आए, जो पिछले दो दिनों की तुलना में कम है। सोमवार को 4100 वाहन आए थे, जबकि मंगलवार और बुधवार को केवल 4000 वाहन ही मंडी में आए। वहीं गुरुवार को यह संख्या घटकर 3550 पर आ गई। आंकड़े बताते हैं कि मंडी में करीब 500-600 ट्रक देरी से पहुंच रहे हैं।

आढ़तियों ने कहा, बारिश, बाढ़ और ट्रैफिक जाम के कारण सड़े-गले उत्पाद मंडी में आ रहे हैं, जिससे कुछ ही घंटों में खराब हो जाते हैं, जिससे नुकसान होता है. इससे बाजार में कीमतें थोड़ी कम हो गई हैं. लेकिन स्थानीय बाजारों में ऊंची कीमत पर ही सामान बिक रहा है।स्थानीय कारोबारी मुकेश शर्मा ने कहा, “कोई भी हमारी सड़ी-गली उपज खरीदने को तैयार नहीं है। सब्जियों की कमी की वजह से स्थानीय बाजार में दाम हाई हैं। इससे उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है।” ‘जोगिंदर पाल एंड संस’ के सचिन अरोड़ा ने कहा बारिश से उनका व्यवसाय प्रभावित हुआ है आजादपुर मंडी में कम लोग आ रहे हैं। अरोड़ा ने कहा, “सड़कें बंद हैं और सोलन (हिमाचल प्रदेश) से आने वाले ट्रकों को कुंडली सीमा व बाईपास क्रॉसिंग पर रोक दिया गया है। सड़क अवरोध की वजह से ड्राइवर डिलीवरी करने को तैयार नहीं हैं।

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टमाटर के रेट 150 रुपये से घटकर 120 रुपये पर आ गए हैं, व्यापार कम हो गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय बाजार में डिलीवरी कम होने के कारण कीमतें ऊंची हैं, जिसके भविष्य में कम होने की संभावना है। आढ़ती जोगिंदर ठाकुर ने कहा कि बारिश के कारण सड़ा माल आ रहा है, जिससे उन्हें नुकसान हो रहा है. उन्होंने कहा कि बारिश के कारण ट्रक हिमाचल में फंस गए थे, लेकिन अब वे कृषि उपज मंडी समिति में पहुंच रहे हैं. वहीं, टमाटर के दाम दो दिन पहले की तुलना में कम हैं. प्याज विक्रेता सत्यम यादव ने बताया कि बारिश के कारण आजादपुर मंडी में सब्जियों की डिलीवरी कम रही, जिससे कीमतें बढ़ीं। “पहले अच्छी गुणवत्ता वाले प्याज के दाम 12-15 रुपये प्रति kg के बीच थे, पर अब यह 20-25 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है।

एक अन्य आढ़ती मनोज कुमार यादव ने बताया कि बारिश से कारोबार पूरी तरह प्रभावित हो गया है. उन्हें 50 से 60 ट्रकों की डिलीवरी मिलती थी, लेकिन अब यह संख्या घटकर 40 रह गई है, जो बिक्री में गिरावट का संकेत है। आढ़ती दीपक सैनी ने बताया कि भारी बारिश के कारण डिलीवरी कम हो गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि बारिश के कारण उपज सड़ रही है।“हम व्यथित हैं उत्पाद सड़ गए हैं। इसके अतिरिक्त, हम बारिश की वजह से दूसरे राज्यों में ग्राहकों को उत्पाद भेजने में असमर्थ हैं, जिससे हमारी परेशानी बढ़ गई है, ”एक अन्य आढ़ती शाहबाज़ खान ने कहा, जाम की वजह से ट्रक 5-6 घंटे की देरी से पहुंच रहे हैं और कुछ ट्रक सीमा पर ही फंसे हुए हैं, जिससे उन्हें दिक्कत हो रही है।

शरवन कुमार एंड यतिन कुमार एंड कंपनी’ के शरवन कुमार मलिक ने कहा, जो उत्पाद बेच रहे थे वह सड़क से काले हो गए थे। उन्होंने कहा, “पिछले दो दिनों से कम ट्रक आ रहे हैं और ट्रक बॉर्डर पर फंसे हुए हैं। देर से डिलीवरी होने की वजह से हमें पूरे दाम नहीं मिल पाते। मैं आम, सेब और प्लम बेचता हूं. पहले इन फलों की कीमत 100 रुपये थी प्रति पीस (बॉक्स) है, लेकिन अब यह 150 से 200 रुपये के बीच पहुंच गया है। एपी प्रोड्यूस के बैजनाथ शर्मा ने बताया कि बारिश के कारण पिछले दो दिनों से उनके ग्राहक मंडी में नहीं आ रहे हैं, जिससे उनके कारोबार पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा, “मेरा पूरा गोदाम भरा हुआ है, पर बिक्री कम है। मैं नारियल का थोक विक्रेता हूं और जब मुझे डिलीवरी मिल रही है, तो बिक्री कम है। बाजार पिछले पांच वर्षों में अपने सबसे निचले स्तर पर चला गया है।”

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