Varanasi: उत्तर प्रदेश में पूर्ण शराब बंदी की मांग को लेकर मंगलवार को प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र मिर्जामुराद के हरपुर गांव में सैकड़ों महिलाएं सड़क पर उतर आईं। लोक समिति की पहल पर नागेपुर, मेहंदीगंज, हरपुर, हरसोस, बीरभानपुर आदि गांवों की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने रिंग रोड से पंचक्रोशी रोड होते हुए भैरवनाथ मंदिर तक शराब बिक्री के खिलाफ रैली निकाली। शराब पीना बंद करो, शराब बेचना बंद करो, शराब समाज को खोखला कर रही है जैसे नारे लिखी तख्तियां और बैनर लिए महिलाओं ने जोरदार प्रदर्शन किया।
नाराज महिलाओं ने राजनीतिक दलों को दी चेतावनी
नाराज महिलाओं ने सभी राजनीतिक दलों को चेतावनी दी कि अगर शराब की बिक्री पर रोक नहीं लगाई गई तो वे आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी को वोट नहीं देंगी। रैली में महिला समूह की संयोजिका अनिता पटेल ने कहा कि आज समाज के अधिकांश लोग शराब में डूब गये हैं और इसका खामियाजा महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है। महिलाओं के विरुद्ध घरेलू हिंसा, उत्पीड़न, बलात्कार, मारपीट आदि के लिए शराब सबसे बड़ा दोषी है।
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गुजरात की तरह पूरे राज्य में शराब पर प्रतिबंधित किया जाए
किशोरी समूह की संयोजक सोनी ने शराब को सामाजिक बुराई बताया और मांग की कि इसे बिहार और गुजरात की तरह पूरे राज्य में प्रतिबंधित किया जाये। लोक समिति संयोजक नंदलाल मास्टर ने कहा कि कुष्ठ रोग शरीर को बेकार कर देता है। उसी प्रकार शराब समाज को कोढ़ की तरह खराब कर रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से जनहित में यूपी में पूर्ण शराबबंदी की मांग की। बैठक के अंत में महिलाओं ने निर्णय लिया कि हर गांव में शराब के खिलाफ अभियान चलाया जायेगा।
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