चंडीगढ़ः हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि नारनौंद विधानसभा के गांव बाड़ला के रामफल के निधन पर उसके परिवार के किसी आश्रित को आउटसोर्सिंग पर नौकरी दे दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि आश्रित के परिवार की इच्छा होगी तो सरकार द्वारा बनाए गए कौशल विकास रोजगार निगम के तहत नौकरी दी जाएगी। मुख्यमंत्री हरियाणा विधानसभा सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान विधायक रामकुमार गौतम के एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
इससे पहले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि नारनोंद विधानसभा क्षेत्र के गांव बाडला के निवासी रामफल का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में किया गया था। पोस्टमार्टम हिस्टोपैथोलॉजी और क्षेत्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला हिसार की रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल बोर्ड के सदस्यों की राय के अनुसार, इस मामले में मृत्यु कोरोनरी धमनी की बीमारी के कारण हृदय (महत्वपूर्ण अंग) की विफलता है। जोकि सामान्य मृत्यु का कारण बनने के लिए पर्याप्त है और यह एक प्राकृतिक रोग प्रक्रिया है।
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विज मंगलवार को हरियाणा विधानसभा में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान लगाए गए प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। विज ने कहा कि 22 मार्च को गांव बढ़ाला में कोविड टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया , जिसमें दोपहर करीब तीन बजे रामफल को कोविड-19 का टीका लगाया गया था। दिशा-निर्देशों के अनुसार टीकाकरण के बाद किसी भी प्रतिकूल घटना को देखने के लिए उन्हें टीकाकरण स्थल पर 30 मिनट तक निगरानी में रखा गया। इसके बाद लाभार्थी अपने घर चले गए और घर जाते समय वह एक स्थानीय दुकान पर चाय पीने के लिए रुके,जहां उन्हें बेचैनी हुई,उसके बाद उन्हें वापस टीकाकरण स्थल पर लाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें जीवन रक्षक इंजेक्शन दिया और उन्हें सिविल अस्पताल हांसी ले गए जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
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