Home उत्तराखंड उत्तराखंड ने मौसम ने ली करवट, ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी से...

उत्तराखंड ने मौसम ने ली करवट, ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी से बढ़ी ठंड

उत्तरकाशीः उत्तराखंड में इस बार मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच साबित हुई। लंबे समय बाद इस बार आज से ऊंचाई क्षेत्रों में हिमपात होने के साथ निचले इलाकों में रिमझिम बारिश की भी शुरुआत हो चुकी है। मंगलवार को जिले में मौसम ने करवट ली। दिन में आसमान में बादल छाए रहे, लेकिन दोपहर बाद बादलों और बूंदाबांदी के बीच उत्तरकाशी में ठंड बढ़ गई। निचले इलाकों में ठंड के असर से बचने के लिए लोग सुबह से ही अलाव का सहारा लेते दिखे। ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी भी हुई।

मौसम विज्ञान के पूर्वानुमान के अनुसार पहाड़ी जिलों में बारिश और बर्फबारी की सूचना थी। उत्तरकाशी सहित डुंडा, भटवाड़ी, पुरोला, मोरी आदि जगहों पर बूंदाबांदी होने से ठंड में बढ़ोत्तरी हो गई और जन-जीवन खासा प्रभावित हो गया। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम सहित ऊंचाई वाले इलाकों में दोपहर बाद हल्की बर्फबारी शुरू हो गई है। इसके कारण रात के समय में और अधिक तापमान गिरने की संभावना है।

यह भी पढ़ें-बिहार में तेजी से ऊपर जा रहा कोरोना का ग्राफ, 38 में से 37 जिले पूरी तरह से प्रभावित

साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में और बर्फबारी हो सकती है। इस बार देरी से हो रही बर्फबारी और बारिश न होने से पहाड़ पूरी तरह से कोरी ठंड के आगोश में थे। यही नहीं समय से बारिश और बर्फबारी ना होने से किसानों को चारा की भी दिक्कत हो रही थी। इससे क्षेत्र में पशुपालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। गेहूं की फसल और सेब- बागवानी फलों के लिए भी इस बार का मौसम नुकसानदायक रहा। क्योंकि सेब की फसल के लिए 90 दिन से अधिक तक जीरो डिग्री सेल्सियस से नीचे के तापमान की आवश्यकता होती है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर  पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)

Exit mobile version