चमोलीः उत्तराखंड चारधाम यात्रा के दौरान भूस्खलन (landslide in chamoli) के कारण बद्रीनाथ राष्ट्रीय हाईवे अक्सर बंद रहता है। शनिवार को छिनका के पास फिर भूस्खलन हुआ। नेशनल हाईवे पर मलबा आने से यात्रा पर निकले पर्यटक के वाहन जगह-जगह रुक गए हैं। उधर छिनका में नया भूस्खलन जोन बनने से प्रशासन चिंतित है। दरअसल, पहाड़ी से भारी मलबा आने के कारण बद्रीनाथ राष्ट्रीय हाईवे-7 छिनका में एक बार फिर अवरुद्ध हो गया है।
हेमकुंड आने-जाने वाले तीर्थयात्रियों को रोका गया
छिनका में सड़क बंद (landslide in chamoli) होते ही NHIDCL ने दो मशीनों की मदद से सड़क खोलने का काम शुरू कर दिया है। बद्रीनाथ जा रहे तीर्थयात्री सड़क के दोनों ओर अपने वाहनों के अंदर बैठकर मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं. उधर, सुरक्षा कारणों से बदरीनाथ और हेमकुंड आने-जाने वाले तीर्थयात्रियों को पुलिस ने बरही और चमोली में बैरियर लगाकर रोक दिया है। ताकि सड़क खुलने पर जाम की स्थिति पैदा न हो।
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बीते दिन भी छिनका में पहाड़ी से बोल्डर और मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे पूरे दिन बाधित रहा। जिसके चलते हजारों तीर्थयात्री हाईवे पर फंसे रहे। रास्ता खुलने तक तीर्थयात्रियों ने सड़क पर ही रात बिताई। छिनका में नया भूस्खलन जोन विकसित होने से प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। उधर, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने भी उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बहुत भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
देश में मामसून ने दी दस्तक
इस साल मानसून नए पैटर्न में देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचा है और भारत के 80 फीसदी से ज्यादा हिस्से तक पहुंच चुका है। यह 25 जून को एक ही दिन दिल्ली और मुंबई पहुंची। 62 साल में ऐसा कुछ पहले कभी नहीं हुआ था। आमतौर पर मानसून केरल में 1 जून, मुंबई में 11 जून और दिल्ली में 27 जून तक पहुंचता है। लेकिन इस बार यह दो दिन पहले ही दिल्ली और मुंबई में पहुंच गया।
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