धर्मांतरण व आरक्षण बिल पर सदन में हंगामा, बुधवार 11 बजे तक स्थगित हुई कार्यवाही

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रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल समाप्त होते ही भाजपा सदस्यों ने व्यवस्था को लेकर प्रश्न उठाया। भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रश्नकाल सदन का सबसे महत्वपूर्ण होता है, जिसे सत्ता पक्ष के मंत्री व विधायक बार-बार बाधित करते हैं। इस पर आसंदी से व्यवस्था बनाने की मांग की। वहीं, सत्ता पक्ष ने आरक्षण बिल पर राज्यपाल के हस्ताक्षर नहीं करने को लेकर भाजपा पर निशाना साधा।

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भाजपा सदस्याें ने क्वांटिफ़ाइबल डाटा रिपोर्ट व धर्मांतरण के मुद्दों को लेकर नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में प्रवेश कर गए, जिससे स्वयमेव निलंबित हो गए। हंगामे के बीच सभापति धनेंद्र साहू ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर सत्ता पक्ष व विपक्ष ने आरक्षण बिल व धर्मांतरण के मुद्दों को लेकर पुन: हंगामा शुरू कर दिया। जिसपर सभापति ने पांच मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।

इसके बाद सदन फिर से शुरू होते ही भाजपा सदस्यों ने आरक्षण विधेयक पर हंगामा मचाते हुए पोस्टर लेकर नारेबाज़ी करते हुए पुन: गर्भगृह में प्रवेश कर गए। विपक्ष ने क्वांटिफ़ाइबल डाटा आयोग की रिपोर्ट सदन में पेश करने की मांग की। हंगामे और नारेबाजी के बीच आसंदी ने सदन की कार्यवाही बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

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