तेज बारिश के साथ एक दर्जन गांवों में गिरे ओले, फसलें बर्बाद!

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UP weather: जिले में इन दिनों जबरदस्त ठंड पड़ रही है। सोमवार रात घने कोहरे के बाद मंगलवार सुबह ठंडी हवाओं के साथ तेज बारिश शुरू हो गई। इस दौरान कई गांवों में ओले भी गिरे। वहीं बारिश से कोहरा तो खत्म हो गया, लेकिन ठंड बढ़ गई।

जायजा लेने पहुंची अधिकारियों की टीम

मौसम विशेषज्ञों के पूर्वानुमान के मुताबिक आज 10 मिमी से अधिक बारिश हुई। जिसे किसान अपने लिए अमृत मान रहा है। हालांकि, कुछ किसान भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण अपनी फसलों को नुकसान होने की बात बता रहे हैं। जिले के रामपुर घाटी क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई है। सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम और जन प्रतिनिधि गांव पहुंचे। जन प्रतिनिधियों ने ओलावृष्टि को किसानों के साथ प्रकृति का धोखा बताया है। राजस्व अधिकारियों द्वारा नुकसान का जायजा लिया जा रहा है।

हवाओं से हटा कोहरा बढ़ी ठंड

गौरतलब है कि पिछले 8 दिनों से जिले में सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए हैं। दो दिन की हल्की धूप के कारण घना कोहरा छा गया। सोमवार रात 10 बजे जिले से गुजरने वाले हाईवे समेत स्थानीय सड़कों व गलियों में घने कोहरे के कारण दृश्यता 10 से 20 मीटर रह गई। इसके चलते स्टेशन, बस स्टैंड और जिला अस्पताल के बाहर की दुकानें समेत पूरा बाजार बंद हो गया।

बता दें कि कोहरे के कारण सड़कें सूनी हो गईं। वहीं, मंगलवार की सुबह 6 से 8 किलोमीटर की रफ्तार से उत्तर से दक्षिण की ओर चलने वाली हवाओं का असर कोहरे को हटाने और ठंड को बढ़ाने में देखा गया।

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हवाओं की रफ्तार ने मुश्किलों में डाला

वहीं भारी बारिश व बढ़ती ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। घर से बाहर निकले लोग अपने के गर्म रखने के लिए चाय का सहारा ले रहे हैं। सबलगढ़, कैलारस, जौरा, अंबाह, पोरसा और मुरैना में चाय की दुकानों पर बड़ी संख्या में लोग जमा नजर आए। सर्दी के कहर से शहर आने वाले लोग परेशान नजर आए।

जिले की जौरा तहसील के घूघस गांव से अपने पिता को इलाज के लिए मुरैना शहर लाए निहाल सिंह पटेल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से ठंड बहुत ज्यादा पड़ रही है और वह इसके सहारे खुद को ठंड से बचाने की कोशिश कर रहे हैं. होलिका। इसके अलावा आज रुक-रुक कर हो रही बारिश के बीच जिले के रामपुर घाटी क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों में ओलावृष्टि से फसलें काफी प्रभावित हुई हैं।

सरसों की फसल में ज्यादा नुकसान देखने को मिला है। ओलावृष्टि की जानकारी किसानों को मिलते ही जिला पंचायत उपाध्यक्ष बनवारीलाल धाकड़ ने गांव का दौरा किया और फसल नुकसान पर दुख व्यक्त किया। धाकड़ ने कहा कि किसानों के पास फसलों के अलावा आय का कोई अन्य साधन नहीं है।

प्रशासन कर रहा सहयोग

हालांकि, प्रशासन नुकसान का जायजा लेकर सहयोग कर रहा है। राजमाता विजयाराजे सिंधिया आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र मुरैना के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. संदीप सिंह तोमर ने बताया कि सुबह से आसमान में घने बादल छाए रहने के कारण आज सुबह का तापमान पिछले दिन की तुलना में 1 डिग्री बढ़कर 9.5 डिग्री हो गया है।

उच्चतम तापमान में भी बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बारिश को किसानों के लिए बेहद फायदेमंद बताते हुए कहा कि अगले दो दिनों में भी ठंड से राहत मिलने की संभावना नहीं है।

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