Shahjahanpur News: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले खेत की जुताई के दौरान सकड़ों साल पुराने प्राचीन हथियार का जखीरा बरामद हुआ हैं। इसमें सिंगल बैरल बंदूक की बैरल, तलवारें, भाले और कई पुराने हथियार मिले हैं। बड़े पैमाने पर हथियार मिलने के बाद हर कोई हैरान रह गया। अचानक मिट्टी में हथियार मिलने के बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और जांच कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ये सभी हथियार सैकड़ों साल पुराने हो सकते हैं।
सैकड़ों साल से जमीन में दबे थे हथियार
बता दें कि मामला शाहजहांपुर जिले के निगोही थाना क्षेत्र के ढकिया तिवारी गांव का है। यहां के किसान बाबूराम बुधवार को अपने खेत में बैल हल से जुताई कर रहे थे। इस दौरान हल के लोहे से टकराने की आवाज आई और खुदाई करने पर तलवारें, खंजर, भाले और पुरानी बंदूकें मिली हैं। ये सभी हथियार सालों से जमीन के नीचे दबे हुए थे। वहीं अस्त्र-शस्त्र मिलने की सूचना आसपास के गांव में जंगल की आग की तरह फैल गई। जहां देखते ही देखते लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।
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करीब 200 साल पुराने हैं हथियार
इस घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस राजस्व विभाग और पुरातत्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। साथ ही तिलहर विधायक सलोना कुशवाहा भी मौके पर पहुंचीं। जानकारों के मुताबिक ये हथियार करीब 200 साल पुराने हैं। किसान बाबू राम ने बताया कि कुछ समय पहले जेसीबी से खेत की मिट्टी हटाई गई थी। गांव के ही ओमवीर सिंह ने बताया कि पहले यहां बाग था और अब बाबू राम ने खेत खरीद लिया है। इस जमीन पर हल चलाते समय पहली मिट्टी में प्राचीन अस्त्र-शस्त्र बरामद हुए हैं।
18वीं शताब्दी में शुरू हुआ था बंदूकों का प्रयोग
वहीं इतिहासकार विकास खुराना ने बताया कि भारत में 18वीं शताब्दी में बंदूकों का प्रयोग शुरू हुआ था और ये हथियार करीब 200 साल पुराने हो सकते हैं। तलवार पर चांदी की परत चढ़ी हुई है और जंग लगा हुआ है, जबकि बंदूक की नली पर दीमक का असर दिखाई दे रहा है। अब इस सामग्री के आगे के अध्ययन के लिए जिला मजिस्ट्रेट से अनुमति ली जाएगी।