UP Politics: ‘जहर पिया जाता है, तब जाकर इस जमाने में जिया जाता है’, शायराना अंदाज में बृजभूषण शरण सिंह ने किया वार

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Brij Bhushan Sharan Singh Rally: गोंडाः भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और कैसरगंज से भारतीय जनता पार्टी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। 23 मिनट के अपने भाषण की शुरूआत उन्होंने शायराना अंदाज में की तो वहीं रामचरितमानस की चौपाई के साथ इसका समापन किया। बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने अपने घर से जनसभा स्थल पर रोड-शो निकालकर शक्ति प्रदर्शन भी किया। जगह-जगह समर्थकों ने फूल-मालाओं से उनका जोरदार स्वागत किया।

गोण्डा के बालपुर स्थित रघुराज शरण सिंह महाविद्यालय में आयोजित की यह जनसभा मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित की गयी थी। जनसभा में मुख्य अतिथि के रूप में मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव शामिल हुए। जनसभा में सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने जमकर हुंकार भरी और शायराना अंदाज में बोले कि “अश्क, गम, जहर पिया जाता है, तब जाकर कहीं जमाने में जिया जाता है। ये मिला मुझको जमाने से मोहब्बत का सिला, बेवफा कहकर मुझे याद किया जाता है। इसे रुसवाई कहें या शोहरत अपनी, दबे होठों से नाम मेरा लिया जाता है।” उन्होंने जनसभा में एलान करते हुए कहा कि वह अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव फिर कैसरगंज निर्वाचन क्षेत्र से लड़ेंगे।

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महिला पहलवानों द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने कांग्रेस (Congress) पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस (Congress) लोग हमेशा यह पूछते हैं कि पीएम मोदी ने क्या किया। हम उन्हें बता देंगे कि पीएम ने क्या किया है। आपको बस इतना बताना होगा आपने देश के लिए क्या किया है?

उन्होंने फिर कहा कि 1947 में जब देश में कांग्रेस की सत्ता थी। तब देश का बंटवारा हुआ जिसका घाव अभी भी नहीं भरा है। जब कांग्रेस ही सत्ता में थी। तब पाकिस्तान ने युद्ध कर 78,000 वर्ग किमी जमीन हड़प ली और 1962 में भी कांग्रेस (Congress) ही सत्ता में थी जब चीन ने देश में हमला कर 33,000 वर्ग किलोमीटर जमीन हड़पी। उन्होंने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) जैसा प्रधानमंत्री होता तो उस समय कब्जा की गयी जमीन मुक्त करा ली गयी होती।

सांसद ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए फिर मंच से कहा कि 1975 में देश में आपातकाल लगाया गया था। जहां देश के सभी नेताओं को बंद कर दिया गया था। वहां हमारे जिला गोंडा के कई नेता बंद थे। उसमें हमें भी जाने का मौका मिला। मैं कहना चाहता हूं कि इस देश में लोकतंत्र की एक तरह से हत्या कर दी गई। देश में आपातकाल लगा दिया गया। उस समय भी कांग्रेस सत्ता में थी और जब 1984 में सिखों का कत्लेआम हुआ। उस समय भी कांग्रेस सत्ता में थी। आतंकियों को फांसी न हो सके इसके लिए रात में ही सुप्रीम कोर्ट के ताले खोल दिए गए। तब भी कांग्रेस की ही सरकार थी। कोई दूसरी सरकार नहीं थी।

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