उत्तर प्रदेश क्राइम

जरायम की दुनिया में महिलाओं का बोलबाला, कई लेडी डॉन पर घोषित है लाखों का ईनाम

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लखनऊः आजकल महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों से बराबरी कर रही हैं। ऐसे में जरायम की दुनिया भी इससे अछूती नहीं है। अपराध की दुनिया में पुरुषों का वर्चस्व देखने को मिलता रहा है लेकिन महिला अपराधियों ने भी सूबे की पुलिस की नाक में दम कर रखा है। वर्तमान में कई महिला अपराधियों ने यूपी पुलिस, एसटीएफ, ही नहीं सीबीआई तक की पकड़ से बाहर रहकर कानून व्यवस्था को बौना साबित कर रखा है। लगातार दबिश और ईनाम की धनराशि बढ़ाने के बावजूद पुलिस इन महिला अपराधियों पर शिकंजा कसने में बेबस है। 

उत्तर प्रदेश के दो खूंखार अपराधी अतीक अहमद व मुख्तार अंसारी के खौफ का अंत हो चुका है। प्रयागराज में पुलिस की कस्टडी में इलाज कराने अस्पताल पहुंचे अतीक व उसके भाई की अशरफ की गैंगस्टरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, तो कभी पूर्वांचल में आतंक का पर्याय रहे गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में हिरासत के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। अंसारी 2005 से विभिन्न आपराधिक मामलों में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। उसकी मौत उत्तर प्रदेश में अपराध के एक युग के अंत का प्रतीक है।

जरायम की दुनिया में महिलाओं का बोलबाला, पुलिस के हाथ खाली

सरकार और यूपी पुलिस की अपराध और अपराधी के प्रति जीरो टाॅलरेंस की नीति के तहत कई गैंगस्टरों का एनकाउंटर हुआ, तो कई जेल की सलाखों के पीछे भेजे गए। अभी भी कई गैंगस्टरों की तलाश जारी है। यूपी पुलिस और एसटीएफ की नजरें इनमें से महिला गैंगस्टरों के साम्राज्य को ध्वस्त करने पर भी लगी हुईं हैं , फिर भी कुछ महिला अपराधी और गैंगस्टर अभी यूपी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। आइए जानते हैं उत्तर प्रदेश की ऐसी महिला अपराधियों के बारे में, जो आतंक का दूसरा नाम बन चुकी हैं। इन महिला अपराधियों को यूपी पुलिस एसटीएफ के साथ-साथ कई केंद्रीय जांच एजेंसियां भी अपने शिकंजे में लेना चाहती हैं। 

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अफशां अंसारी

अफशां अंसारी दिवंगत मुख्तार अंसारी की पत्नी हैं। अफशां  अंसारी के सिर पर राज्य की लेडी डॉन होने का टैग भी है और उसके सिर पर 75,000 रुपए का ईनाम है। अफशां  के खिलाफ नौ आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह 2022 से फरार है, जब एक अदालत ने उसकी गिरफ्तारी पर सशर्त रोक लगा दी थी। 

 

अभी हाल ही में मुख्तार अंसारी के जनाजे में अफशां  के शामिल होने की दशा में उसे पकड़ने के लिए यूपी पुलिस ने गाजीपुर के महमूदाबाद में परिवार के पुराने कब्रिस्तान पर सुरक्षा बढ़ा दी थी। बारीकी से निगरानी करने के लिए गुप्त पुलिस अधिकारियों को तैनात किया था, लेकिन सारी मेहनत बेकार गई। आफशा अंसारी अब भी फरार चल रही है।

शाइस्ता परवीन

उत्तर प्रदेश में आपराधिक गतिविधियों में शामिल महिला शाइस्ता परवीन है, वह मृत अपराधी अतीक अहमद की पत्नी हैं। उमेश पाल की हत्या के मामले में नाम आने के बाद से शाइस्ता कानून से बचती फिर रही है। उसे पकड़वाने वाली किसी भी जानकारी के लिए 50,000 रुपए का ईनाम है। पुलिस इन पर ईनाम की धनराशि बढ़ाने पर विचार कर रही है। कहा जा रहा है कि अतीक और अशरफ की मौत के बाद इस गैंग को शाइस्ता ही संभाल रही हैं। यूपी के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड में उसका नाम मुख्य अभियुक्त के तौर पर सामने आया था, तभी से वह फरार चल रही है। 



आयशा नूरी व जैनब फातिमा

उमेश पाल ट्रिपल मर्डर में जहां पुलिस शाइस्ता परवीन और जैनब की तलाश में खाक छान रही है, वहीं इस वक्त इस कांड में और यूपी की मोस्ट वॉन्टेड महिला डॉन की लिस्ट में एक नाम आयशा नूरी का भी जुड़ गया है। 25 हजार का ईनाम घोषित होने के बाद कमिश्नरेट पुलिस ने अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी की भी तलाश तेज कर दी है। यूपी एसटीएफ का मानना है कि आयशा नूरी, शाइस्ता परवीन या फिर जैनब उर्फ रूबी तीन में से कोई भी एक अगर इस वक्त हाथ आ जाए, तो उमेश पाल ट्रिपल मर्डर की कई कड़ियां एक साथ जोड़ कर तफ्तीश को आगे बढ़ाया जा सकता हैं।



दीप्ति बहल

उत्तर प्रदेश में शीर्ष सर्वाधिक वांछित महिला गैंगस्टरों में से एक है दीप्ति बहल, जिस पर पांच लाख रुपये का नकद ईनाम है। दीप्ति 15,000 करोड़ रुपये के बाइक बोट घोटाले में आरोपी हैं। वह घोटाले के मास्टरमाइंड संजय भाटी की पत्नी हैं। जालसाज 2019 से ही फरार है। हालांकि, उसके पति को जून 2019 में पकड़ लिया गया था। दीप्ति पर कुल 106 मुकदमें दर्ज हैं। उसे पकड़ने में केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई तक नाकाम साबित हो रही है। 


रिंकी गोस्वामी

गोरखपुर की लेडी डाॅन रिंकी गोस्वामी की हिस्ट्रीशीट पुलिस ने 2021 में खोली और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू की है। वर्ष 2017 में इस पर पहला केस दर्ज हुआ था। उसके बाद से इसके ऊपर तीन हत्या के प्रयास सहित दस से ज्यादा आपराधिक वारदातों में मामले दर्ज हो चुके हैं।


 2018 में गिरफ्तार होने के बाद से यह जमानत पर बाहर है। इस पर कौड़ी नाम की चैकी के प्रभारी को गाड़ी से कुचलने की कोशिश का मामला दर्ज है। पशु तस्करी के मामले में भी इसका नाम लिया जाता है।

(रिपोर्ट-पवन सिंह चौहान) 

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