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आगामी त्योहारों को लेकर पुलिस प्रशासन ने कसी कमर, DGP ने दिए सख्त निर्देश

लखनऊः रक्षाबंधन, दशहरा और बारावफात पर सफलतापूर्वक शांति-व्यवस्था बनाए रखने के बाद अब पुलिस प्रशासन की नजर आगामी दीपावली, छठ व भैया दूज पर प्रदेश की सुरक्षा-व्यवस्था पर है। कार्यवाहक डीजीपी डीएस चौहान ने गुरुवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा की और कई कड़े निर्देश दिए। संवदेनशील क्षेत्रों की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर विशेषकर चर्चा की गई और ऐसे सभी स्थानों पर पुलिस बल तैनात कर सतर्कता बरते जाने का निर्देश जारी किए गए।

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DGP ने मांगी मातहतों से सुरक्षा व्यवस्था पर जानकारी

वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान ने सभी एडीजी जोन, आइजी व डीआइजी रेंज, एसएसपी व एसपी से आगामी त्यौहारों को लेकर की जा रही तैयारियों की विस्तृत जानकारी ली। खासकर दीपावली के अवसर पर सजने वाले बाजारों की सुरक्षा बढ़ाए जाने के साथ ही अधिकारियों के “फुट पेट्रोलिंग” करने व छोटी सी छोटी घटना को भी पूरी गंभीरता से लिए जाने की बात कही। संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के साथ ही शरारती तत्वों पर पैनी नजर रखने के निर्देश भी पुलिस महानिदेशक ने दिए।

मोहल्ले कस्बों की नागरिक समितियों से स्थापित हो समन्वय

पुलिस महानिदेशक ने निर्देश दिए कि शहरों, कस्बों व मोहल्लों आदि में पूर्व से गठित शांति समितियों, नागरिक सुरक्षा समितियों आदि से बैठक कर सभ्रान्त नागरिकों, शांति समिति के सदस्यों, डिजिटल वालेन्टियर आदि का सक्रिय सहयोग प्राप्त किया जाये। थानों पर उपलब्ध त्यौहार रजिस्टर तथा रजिस्टर नं0-8 में उपलब्ध प्रवृष्टियों का अध्ययन कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जाये। इसक साथ ही प्रत्येक छोटी से छोटी घटना को गम्भीरता से लेते हुये तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण कर विवादों को हल कराने हेतु प्रभावी उपाय सुनिश्चित किये जाये।

दीपावली पर सजने वाली बाजारों में हो पुलिस गश्त

इसके साथ ही डीजीपी ने मातहतो को निर्देश दिए कि प्रमुख बाजारों बाजार में गश्त व पिकेट का प्रभावी प्रबन्ध कर पुलिस कर्मियों की ड्यिूटी लगायी जाये तथा कर्मियों को सतर्क ड्यिूटी हेतु ब्रीफ किया जाये। यूपी-112 के वाहनों का भी प्लेसमेन्ट किया जाये सादे वस्त्रों में भी पुरुष व महिला पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगायी जाये। संवेदनशील स्थानों पर आवश्यकतानुसार अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे व ड्रोन कैमरे इत्यादि के व्यवस्था की समीक्षा कर यथोचित प्रयोग किया जाये।

सार्वजनिक स्थलों पर तैनात को पुलिस बल

रेलवे, बस स्टेशन, पेट्रोल पम्प, बाजार, मनोरंजन स्थल पार्क, मल्टीप्लेक्स माल्स आदि स्थानों पर सुदृढ़ पुलिस प्रबन्ध किया जाये तथा जनसहयोग से सम्बन्धित पुलिस थानों, अधिकारियों तथा अन्य महत्वपूर्ण नम्बरों का प्रचार प्रसार किया जाये। प्रमुख बाजार में वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में नियमित फुट पेट्रोलिंग किया जाय तथा पीआरवी वाहनों व मोटर साइकिल से भी गश्त कराया जाये।

पटाखा विक्रेताओं के लाइसेन्स की थानावार बने सूची

विस्फोटक पदार्थ व पटाखा विक्रेताओं के लाइसेन्स की थानावार सूची बनाकर जिलाधिकारी कार्यालय से उसका मिलान करा लिया जाये। पूर्व में विस्फोटक पदार्थ व पटाखों का अवैध प्रयोग करने वाले प्रकाश में आये व्यक्तियों की सूची बनाकर कर उन पर कड़ी निगरानी रखी जाये। सी प्लान एप के माध्यम से सभ्रान्त व्यक्तियों से वार्ता कर लाभप्रद सूचनाओं पर आवश्यक कार्यवाही कराना सुनिश्चित करें। ऽ विस्फोटक पदार्थ व आतिशबाजी के निर्माण स्थलों की नियमानुसार आकस्मिक एवं प्रभावशाली चेकिंग करा ली जाये।

आतिशबाजी भण्डारग्रहों पर हो अग्निशमन की व्यवस्था

इसके साथ ही पुलिस महानिदेशक ने आदेष दिया कि आतिशबाजी निर्माता के भण्डारग्रहों की चेकिंग उपजिलाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, थाना प्रभारी एवं अग्निशमन विभाग के अधिकारी आदि के साथ सुनिश्चित की जाये। लाइसेन्स की शर्तों का उल्लंघन करने अथवा अवैध संग्रहण करने वालों के विरूद्ध नियमानुसार विधिक कार्यवाही सुनिश्चित किया जाय। सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित कर पटाखों व विस्फोटक सामग्री के परिवहन सम्बन्धी प्रणाली की समीक्षा की जाये और यह सुनिश्चित कर लिया जाय कि इनका परिवहन मापदण्ड के अनुसार किया जा रहा है।

आतिशबाजी निर्माताओं और विक्रेताओं की हो सघन जांच

आतिशबाजी के विक्रय सम्बन्धी लाइसेन्स में वर्णित शर्तों का पालन कराना सुनिश्चित किया जाये तथा लाइसेन्स की शर्तों का उल्लंघन करने वाले विक्रेताओं के विरूद्ध नियमानुसार जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर विधिक कार्यवाही कराना सुनिश्चित करें। अग्निशमन की समुचित व्यवस्था करते हुए अग्निशमन विभाग के कार्मिकों को सजग रहने हेतु निर्देशित किया जाये। सूचना तंत्र को और अधिक सक्रिय किया जाये। असमाजिक तत्वों को चिन्हित कर उनकी समीक्षा कर नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जाये।

सोशल मीडिया पर रखी जाए नजर

सोशल मीडिया की विभिन्न माध्यमों जैसे ट्विटर, व्हाटसएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि विभिन्न प्लेटफार्मों पर सतर्क दृष्टि रखी जाये। भ्रामक, आपत्तिजनक पोस्ट, अफवाहों का तत्काल सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों द्वारा संज्ञान लेते हुये वैधानिक कार्यवाही की जाये तथा अफवाहों का खण्डन किया जाये।

(रिपोर्ट- पवन सिंह चौहान, लखनऊ)

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