Wednesday, January 8, 2025
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Homeउत्तर प्रदेशशौर्य और पराक्रम का प्रतीक है यूपी पीएसी बलः सीएम योगी आदित्यनाथ

शौर्य और पराक्रम का प्रतीक है यूपी पीएसी बलः सीएम योगी आदित्यनाथ

लखनऊः राजधानी में शनिवार को 35वीं वाहिनी पीएसी के प्रांगण में आयोजित पीएसी स्थापना दिवस में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान पीएसी जवानों ने करतब दिखाकर वहां मौजूद अतिथि और आए दर्शकों का मन मोह लिया। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का उद्घाटन के साथ ही साथ पुरस्कार वितरण भी किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएसी स्थापना दिवस के अवसर पर कहा कि देश के सर्वोत्तम बलों में से एक पीएसी बल के स्थापना दिवस पर मैं हृदय से बधाई देता हूं। उत्तर प्रदेश पीएसी बल ने 74 वर्ष की अपनी शानदार यात्रा ने केवल देश की सबसे बड़ी आबादी के राज्य में बेहतर कानून व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने के लिए बल्कि परंपरागत, त्योहारों जूलुस और धार्मिक आयोजनों तथा विभिन्न उन अवसरों पर आमजन मानस की आस्था के साथ जो आयोजन जुड़े हुए है। राष्ट्रीय पर्वों के साथ सामान्य निर्वाचन, स्थानीय निकाय निर्वाचन और प्रदेश भ्रमण के दौरान अतिथि विशिष्टम महानुभव के सकुशल और सुरक्षित यात्रा की दृष्टि से किया गया। यह योगदान सरहानीय रहा है। पीएसी बल अपने शौर्य और पराक्रम के लिए जाना जाता है। न केवल उत्तर प्रदेश के अंदर बल्कि देश के विभिन्न राज्यों में आंतरिक सुरक्षा विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए सदैव तत्पर रहकर कार्य किया है।

उन्होंने कहा कि यूपी पीएसी बल को जब भी अवसर मिला है, उसमें अपना सर्वतम करने का प्रयास किया है। किसी भी बल की पहचान उसके शौर्य और पराक्रम के साथ उसकी कीर्ति से जानी जाती है और यह शौर्य और पराक्रम यूपी पीएसी बल के साथ जुड़ चुका है। खासतौर पर मुझे याद है 2001 में देश की संसद पर कायराना हमला हुआ था तो उस समय में यूपी पीएसी बल के जवानों ने जिस बुद्धिमता से पराक्रम का परिचय दिया था तो वो किसी से छिपा हुआ नहीं है। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि में हुए हमले के दौरान भी यूपी पीएसी बल ने जिस तत्परता से कार्रवाई की और आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेेरने का काम किया। ये उसके शौर्य पराक्रम और क्रीर्ति के साथ ही उसके तत्परता का प्रतीक भी है और इसलिए उत्तर प्रदेश का पीएसी बल सर्वोत्तम बल के लिए देश के अंदर जाना जाता है। पीएसी बल के 74वें वर्ष की शानदार यात्रा के लिए अधिकारियों और जवानों को हृदय से बधाई देता हूं। पिछले साढ़े पांच साल के दौरान देश के सबसे बडे पुलिस बल यूपी पुलिस ने एक लाख 60 हजार से अधिक भर्तियों की प्रक्रिया को पूरी ईमानदारी से सम्पन्न करने के साथ उनकी अच्छी ट्रेनिंग हो। ट्रेनिंग की क्षमता को दोगुनी करने और यूपी पुलिस बल में प्रदेश के सभी युवाओं को जो पुलिस बल के साथ जुड़कर प्रदेश की सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था का योगदान देना चाहते है। उन सभी युवाओं को बेहतर अवसर मिला है।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि 46 ऐसी कंपनियों जो किन्ही कारणों से समाप्त कर दी गई थी तो उन्हें बहाल करते हुए पुनर्जीवित करते हुए प्रदेश के अंदर पीएसी बल में 41 हजार कार्मिकों की भर्ती की प्रक्रिया के साथ जोड़कर पूरा किया गया है। दस अतिरिक्त कंपनियों को भी गठित किया है। इसके अलावा पीएसी बल में हमने प्रदेश भर में 184 निरीक्षकों के पद पर 3772 उपनिरीक्षकों पदो में वृद्धि करके उनके प्रमोशन की भी व्यवस्था रहा। 257 उपनिरीक्षक, 3030 मुख्य आरक्षी, 11184 आरक्षियों को विभागीय प्रोन्नति प्रदान की गई। पीएसी में महिलाओं की भागीदारी के लिए महिला बटालियन की स्थापना हुई। साथ ही तीन और नए महिला बटालियन की भी स्थापना की स्वीकृति दी गई है। पीएसी के जवान एटीएस, एसएसएफ आदि में भी अपनी सेवा दे रहे हैं। पुलिस में कुशल खिलाड़ियों की भर्ती अतिशीघ्र पूरी होने जा रही है। आने वाले समय में प्रदेश को सशक्त बनाने का कार्य किया जा रहा है। पीएसी जवानों को रायफल दिए गए। साथ ही उन्हें बुलेटप्रूफ जैकेट्स की भी व्यवस्था करने की ओर प्रदेश सरकार अग्रसर है।

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