लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बुधवार को विधानसभा में 2023-2024 का अब तक का सबसे बड़ा वार्षिक बजट पेश करेगी। राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा में बजट पेश करेंगे। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह दूसरा बजट होगा। इस बजट में बुनियादी ढांचे के विकास, स्वास्थ्य क्षेत्र और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किए जाने की संभावना है। सूत्रों की माने तो इस बार बजट के आकार में 8-10 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। इस बार यूपी का बजट करीब 7 लाख करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। जो पिछले बजट से 50,000 करोड़ रुपये अधिक होगा। पिछले साल यह बजट लगभग 6.48 लाख करोड़ रुपये था, जिसमें पूरक मांगों के माध्यम से जुटाए गए 33,000 करोड़ रुपये शामिल थे।
बता दें कि यूपी की सरकार द्वारा पेश किया जाने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा बजट होगा। बजट से बुनियादी ढांचे के विकास, IT, स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों को और बढ़ावा मिलने की संभावना है। इसमें महिलाओं, युवाओं और गरीबों को खुश करने के लिए भी बहुत कुछ होगा। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) को 33.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश का वादा मिलने के साथ, बजट में NCR क्षेत्र के अलावा अन्य जिलों में बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान देना होगा, ताकि इन क्षेत्रों में निवेश प्रस्ताव जमीन पर हकीकत में बदल सकें।
इसके अलावा बजट में उत्तर प्रदेश सरकार की कंसल्टेंट डेलॉयट की पहली रिपोर्ट पर भी ध्यान केंद्रित किए जाने की संभावना है, जो राज्य को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य तक ले जाएगी। अर्थव्यवस्था का वर्तमान वित्तीय आकार लगभग 20.48 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है। डॉलर के मुकाबले रुपये के मौजूदा मूल्य को देखते हुए, उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए इसकी अर्थव्यवस्था का आकार लगभग 80 लाख करोड़ रुपये से अधिक होना चाहिए।
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