उन्नावः बेरहमी से की गयी थी युवती की हत्या, सिर व गले की पर मिले गंभीर चोट के निशान

30

उन्नावः कोतवाली के काशीराम कॉलोनी से आठ दिसम्बर को लापता चल रही युवती का शव खाली जमीन से बरामद कर लिया गया है। लापता बेटी की सकुशल बरामदगी के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के काफिले के सामने महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया था। पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर मजिस्ट्रेट और परिजनों की मौजूदगी में गड्ढा खोदकर युवती का शव बरामद किया। मृतक युवती की मां ने पुलिस पर सपा सरकार में मंत्री रहे दिवंगत फतेहबहादुर सिंह के बेटे रजोल सिंह से मिलीभगत होने और लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं युवती के शव का उन्नाव में अन्त्यपरीक्षण किया गया। जिसमें युवती की गला दबाकर हत्या करने का भी जिक्र किया गया है। साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले और सिर की हड्डी पर गम्भीर चोट के भी निशान हैं। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी करायी गयी है।

आठ दिसम्बर से लापता थी युवती
सदर कोतवाली क्षेत्र के काशीराम कॉलोनी में रहने वाली दलित महिला रीता की बेटी पूजा पिछले आठ दिसम्बर 2021 की तारीख से गायब थी। जिसके बाद पीड़ित मां ने 9 दिसम्बर को ही पूर्व मंत्री के बेटे रजोल सिंह के खिलाफ तहरीर देते हुए बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया था। सपा के पूर्व राज्यमंत्री और कद्दावर नेता रहे फतेहबहादुर के बेटे से जुड़ा होने के चलते पुलिस लगातार मामले में हीला-हवाली कर रही थी। बेटी लापता होने के बाद कोई ठोस कदम न उठाएं जाने और आरोपी राजोल सिंह के खुलेआम घूमने को लेकर पीड़ित मां कई बार आला अधिकारियों से मिली, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सब कुछ शून्य रहा। कुम्भकर्णीय नींद में सो रहे जिम्मेदारों से परेशान मां अफसरों के चौखट पर न्याय की गुहार लगाती रही, लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी। अंत में जब कहीं सुनवाई नहीं हुई तो 24 जनवरी को लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के गाड़ी के आगे कूद कर पीड़ित मां ने आत्मदाह की कोशिश की थी। मामला लखनऊ पहुंचने पर उन्नाव पुलिस के हाथ पैर फूल गये, जिसके बाद उन्नाव कोतवाली पुलिस ने आनन-फानन 25 जनवरी को आरोपी राजोल सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

युवती का पता नहीं चलने से बीते 4 फरवरी को पुलिस ने आरोपी राजोल सिंह को पीसीआर रिमांड पर लेकर पूछताछ की, लेकिन सफलता नहीं हासिल हुई। जिसके बाद एसओजी टीम ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से मिले इनपुट के आधार आरोपी के साथी सूरज सिंह को उठा कर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने रजोल के साथ मिलकर युवती की हत्या के उसे दफनाने की बात कबूल कर ली। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर निर्धारित स्थान पर खुदाई करवाई और जमीन से 7 फिट नीचे युवती का शव पुलिस ने बरामद कर लिया। आरोपी राजोल सिंह के पिता द्वारा बनवाये गए दिव्यानंद आश्रम के बगल में खाली पड़ी जमीन से शव बरामद किया गया। उधर युवती की मां ने सदर कोतवाली पुलिस पर आरोपी रजोल सिंह के साथ मिलीभगत होने का आरोप लगाया है।

मृतक की मां का कहना है कि वह बार लगातार पुलिस से अपनी बेटी को ढूंढने की गुहार लगा रही थी लेकिन पुलिस की आरोपी रजोल सिंह से मिली भगत थी। पीड़ित मां ने पुलिस पर आरोपी लगाते हुए कहा कि कोतवाल अखिलेश पाण्डेय और चैकी इंचार्ज प्रेम प्रकाश दीक्षित लगातार उसे लगातार अपशब्द कहते थे युवती की लाश मिलने के बाद उन्नाव पुलिस अब सवालों के घेरे में हैं। इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने बताया कि बीते 8 दिसम्बर को एक युवती के गायब होने की तहरीर मिली थी। तहरीर के बाद ही मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया था, सीओ सिटी जांच कर रहे थे। जो तथ्य मिले हैं उसके बाद यहां से लापता लड़की की लाश मिली है, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। मृतक की मां द्वारा पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाने के मामले में एएसपी ने कहा कि जो भी इस घटना में शामिल हैं, उस पर कार्रवाई होगी। कोई दरोगा या पुलिसकर्मी शामिल है तो उस पर भी कार्रवाई होगी। लीगल प्रोसेस और जांच में समय लगता है। अभी भी कुछ कहना प्रीमेच्योर होगा।

ये भी पढ़ें..पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर भीषण हादसा, DCM और स्‍कॉर्पियो की भिड़ंत में एक ही पर‍िवार के 3 लोगों की मौत

परिवार ने किया मुआवजे की मांग
मृतका की मां ने मुआवजे के तौर पर 25 लाख रुपये, परिवार के एक सदस्य को नौकरी। पक्का आवास और आरोपितों को फांसी की सजा दिलाने जाने की मांग की है। अपनी मांग को पूरा करने के लिए परिजनों ने शव को अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया है। घटनास्थल पर मौजूद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी परिवार को मनाने में जुटा हुआ है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर  पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)