नई दिल्लीः धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से गिरफ्तार यूनिटेक प्रमोटर्स बंधुओं अजय चंद्रा और संजय चंद्रा को राजधानी की विशेष अदालत ने मंगलवार को 29 दिसंबर तक निदेशालय की हिरासत में भेज दिया। इन दोनों से इस मामले में पूछताछ की जानी है। प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से पेश हुए अधिवक्ताओं अतुल त्रिपाठी और अरूण खारी ने बचाव पक्ष की दलीलों का विरोध करते हुए कहा कि जो षड़यंत्र रचा गया है उसकी तह तक जाने के लिए दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जानी है।अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद इन दोनों को पूछताछ के लिए 29 दिसंबर तक ईडी की हिरासत में सौंपने का निर्देश दिया।
प्रवतर्न निदेशालय ने दोनों भाइयों को धनशोधन मामले में मंगलवार को गिरफ्तार किया था और इससे पहले उच्चत्तम न्यायालय से दोनों की गिरफ्तारी की अनुमति ली गई थी। इससे पहले ईडी ने शीर्ष अदालत को अवगत कराया था कि उसे दोनों भाइयों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जरूरत है। ये दोनों भाई मुंबई की जेल में बंद थे और इन्हें सोमवार को ही दिल्ली लाया गया था तथा इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
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ये दोनों भाई दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद थे लेकिन यहां उन पर आरोप लगाए गए थे कि वे यहीं से ही अपना कार्यकाल चला रहे हैं और इस मामले में तिहाड़ जेल के अधिकारी उनकी मदद कर रहे थे। यह मामला जब उच्चत्तम न्यायालय पहुंचा तो न्यायालय ने दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना को मामले की जांच करने को कहा था और यह निर्देश भी दिया गया था कि जो भी दोषी पाया जाए उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। न्यायालय के आदेश के बाद श्री अस्थाना ने मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की और इसने अपनी जांच में पाया कि तिहाड़ जेल के 36 अधिकारी उन दोनों भाइयों की मदद कर रहे थे।
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