भोपाल: मध्य प्रदेश के कुख्यात भोपाल गैस त्रासदी (Union Carbide) का जहरीला कचरा पीथमपुर में जलाने के विरोध में शुक्रवार को जहां पीथमपुर और सागौर के बाजार पूरी तरह बंद हैं, वहीं विरोध प्रदर्शन के दौरान दो युवकों ने आत्मदाह करने की कोशिश की। हालांकि आग बुझाने के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। इनके नाम राजकुमार रघुवंशी और राज पटेल बताए जा रहे हैं।
Union Carbide Case: विरोध में उतरे लोग, बाजारों में सन्नाटा
जहरीला कचरा पीथमपुर पहुंचने के साथ ही विरोध तेज हो गया है। यूनियन कार्बाइड का 337 मीट्रिक टन जहरीला कचरा जलाने के विरोध में गुरुवार को विरोध रैली के बाद शुक्रवार को पीथमपुर बंद का आह्वान किया गया था। इसके चलते शुक्रवार सुबह से ही पूरा पीथमपुर बंद है। सभी बाजार, मोहल्ले और मुख्य मार्गों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। बंद के समर्थन में पीथमपुर के व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखी हैं। पीथमपुर में भी सभी छोटी-बड़ी दुकानें और होटल बंद इस दौरान दो युवकों ने खुद को आग लगा ली। हालांकि, वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने किसी तरह आग बुझाई और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। प्रदर्शन को देखते हुए पीथमपुर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई है।
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Union Carbide Case: सीएम की अपील का कोई असर नहीं
कल सीएम मोहन यादव ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को संतुष्ट करने की कोशिश की लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। भोपाल से इंदौर लाए गए 337 टन जहरीले कचरे के खिलाफ चल रहे विरोध के बीच इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में बैठक हुई। उन्होंने कहा कि हमें भी शहर की चिंता है। हमने पूरी रात सरकार को सोने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि जनता को जहरीले कचरे से डरना नहीं चाहिए, शंकाओं का समाधान जरूरी है। उन्होंने सभी से बात की लेकिन उनकी बातों का भी आंदोलन पर ज्यादा असर नहीं हुआ। सुबह होते ही लाखों लोग विरोध करने सड़कों पर उतर आए।